भोपाल। मध्य प्रदेश के तमाम कलेक्टरों में भोपाल कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया विशेष स्थान रखते हैं क्योंकि वह मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के दामाद है। यही कारण है कि भोपाल में संक्रमण की दर तेजी से बढ़ने के बावजूद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा कलेक्टर पर कोई उंगली नहीं उठाई गई लेकिन भोपाल के भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने कलेक्टर को अल्टीमेटम दे दिया है।
भोपाल के हुजूर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी विधायक एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा ने भोपाल कलेक्टर को चिट्ठी लिखी है। उसमें कहा है कि बैरागढ़ सिविल अस्पताल में अगर 10 मई तक कोरोना मरीजों का इलाज शुरू नहीं हुआ तो फिर 11 मई को वह धरने पर बैठ जाएंगे। रामेश्वर शर्मा की इस चिट्ठी के बाद अस्पतालों में व्यवस्था दुरुस्त होने पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
रामेश्वर शर्मा ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि लगभग 3 लाख की आबादी वाले संत हिरदाराम नगर के सिविल अस्पताल को कोविड अस्पताल बनाने के संबंध में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग और आपके साथ 19 अप्रैल 2021 को दौरा किया गया। लेकिन आज तक यहां कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज शुरू नहीं हो सका।
बजट की समस्या नहीं है, संत हिरदाराम नगर की उपेक्षा है
शर्मा ने अपनी चिट्ठी में हवाला दिया कि खान शाकिर अली अस्पताल भारत टॉकीज, रसूल अहमद सिद्दीकी अस्पताल जहांगीराबाद बैंक कॉलोनी, जवाहर लाल नेहरू अस्पताल डीआईजी बंगला, खुशीलाल आयुर्वेदिक कॉलेज में ऑक्सीजन की लाइन डालकर कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज शुरू कर दिया गया है। निश्चित रूप से आपके प्रयास सराहनीय हैं। जिस बजट से यहां काम कराए गए वह भी मेरी जानकारी में हैं। उस बजट का इस्तेमाल सिविल अस्पताल संत हिरदाराम नगर में ऑक्सीजन लाइन डालने के लिए किया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया जो निश्चित रूप से 3 लाख की आबादी वाले संत हिरदाराम नगर की उपेक्षा है।
लोग सड़कों पर मर जाएं तो मेरा और आपका जीवन व्यर्थ है
रामेश्वर शर्मा ने अपनी चिट्ठी में ये भी लिखा है कि कलेक्टर महोदय इतने बड़े सिविल अस्पताल में तमाम सुविधाओं, ICU बेड और वेंटिलेटर होने के बावजूद नागरिक सड़क पर दम तोड़ दें तो आपका और मेरा जीवन व्यर्थ है। मैं पुनः आपको अवगत कराना चाहता हूं कि संत हिरदाराम नगर के सिविल अस्पताल में ऑक्सीजन टैंक और ऑक्सीजन पाइप लाइन डालने के लिए जितना भी खर्च हो उसका खर्च मेरी विधायक निधि से करने की सिफारिश मैं कर चुका हूं।