भोपाल। गांधी मेडिकल कॉलेज के मेडीसिन और आर्थोपेडिक डिपार्टमेंट के डॉक्टरों ने 31 मार्च को गुस्से में आकर सामूहिक इस्तीफा तो दे दिया था परंतु आज जब नौकरी खतरे में पड़ी तो भोपाल कमिश्नर से मिलने जा पहुंचे। निवेदन किया कि इस्तीफा पर कार्रवाई ना करें।
डॉक्टर केके कावरे के ट्रांसफर के विरोध में सामूहिक इस्तीफे दिए थे
याद दिला दें कि गांधी मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग के एचओडी डॉक्टर केके कावरे को छिंदवाड़ा मेडिकल कॉलेज ट्रांसफर कर दिया गया था। डॉक्टर कावरे के ट्रांसफर से नाराज मेडिसिन विभाग के सभी फैकल्टी ने डीन और संभागायुक्त को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके अलावा जूनियर डॉक्टर ने भी रूटीन के काम बंद कर दिए। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर डॉक्टर कावरे का स्थानांतरण निरस्त नहीं किया जाता तो अत्यावश्यक सेवा में भी बंद कर दी जाएंगी। डॉक्टरों की इस धमकी के बाद मध्यप्रदेश शासन ने चिकित्सा सेवाओं पर एस्मा लागू कर दिया था। खबर आई थी कि सभी डॉक्टरों के इस्तीफे स्वीकार किए जा रहे हैं।
भोपाल में धमकी देने वाले डॉक्टर आग्रह करते नजर आए
भोपाल कमिश्नर की ओर से बताया गया है कि 'गांधी मेडीकल कॉलेज, भोपाल के मेडीसिन और आर्थोपेडिक विभाग के चिकित्सकों ने आज कमिश्नर श्री कियावत से भेंट कर 31 मार्च को उनके द्वारा दिए गए सामूहिक इस्तीफों पर कार्यवाही नहीं करने का आग्रह किया है।'
गांधी मेडीकल कॉलेज के चिकित्सकों ने कमिश्नर से की भेंट- इस्तीफों पर कार्यवाही नहीं करने का अनुरोध
— Bhopal Commissioner (@bhopalcomm) April 1, 2021
जीएमसी,भोपाल के मेडीसिन और आर्थोपेडिक विभाग के चिकित्सकों ने आज कमिश्नर श्री कियावत से भेंट कर 31 मार्च को उनके द्वारा दिए गए सामूहिक इस्तीफों पर कार्यवाही नहीं करने का आग्रह है। pic.twitter.com/1iRfEAl1q9