भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के परमानेंट बागी विधायक नारायण त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को संवेदनशील व्यक्ति बताते हुए पूरी तरह से असफल मुख्यमंत्री करार दिया है। उन्होंने कहा कि वर्चुअल मीटिंग के तमाशे से कुछ होने वाला नहीं है। लोगों के लिए दवाई, वेंटिलेटर, बेड और आक्सीजन की व्यवस्था की जाए। अस्पतालों की हालत यह है कि डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टाफ के लिए पीपीई किट का इंतजाम तक नहीं है।
लोगों की जान बचाना है तो 1 महीने टोटल लॉक डाउन करें
नारायण त्रिपाठी ने अपने पत्र में कहा है कि काेरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए एक माह के लिए टोटल लॉकडाउन कर दिया जाए। इस दौरान कोरोना टेस्टिंग, जांच और वैक्सीनेशन का काम घर-घर स्वास्थ्य कर्मियों को भेजकर कराया जाए ताकि प्रदेश के लोगों की जान बचाई जा सके।
मैहर के लोगों को न रीवा में भर्ती किया जा रहा है ना जबलपुर में
विधायक ने लिखा- सीएम चौहान संवेदनशील मुखिया हैं और प्रदेश की जनता से उनका सीधा रिश्ता है। महिलाओं को बहन, बच्चों को भांजे-भांजी बनाकर एक रिश्ता बनाया है तो बुजुर्गों को तीर्थयात्रा कराकर पुत्रधर्म का निर्वाह भी किया है। उन्होंने अपने क्षेत्र मैहर के हालातों को जिक्र करते हुए कहा कि यहां के मरीजों को न तो रीवा मेडिकल कालेज और न ही जबलपुर में लोगों को बेहतर उपचार मिल पा रहा है। इस संबंध में सख्त निर्णय लेने की जरूरत है।
भोपाल में भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा भी नाराज
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर कल भोपाल के हुजूर विधायक ने भी कलेक्टर को पत्र लिखकर बैरागढ़ सिविल अस्पताल में कोरोना मरीजों का उपचार नहीं होने पर नाराजगी जताई थी और 10 मई तक व्यवस्था न होने पर 11 मई को सिविल अस्पताल में धरना देने की बात कही है।