सागर। मध्य प्रदेश के सागर जिले सानौधा थाना में पदस्थ प्रधान आरक्षक की मंगलवार सुबह इलाज के दौरान निजी अस्पताल में मौत हो गई। मौत का कारण हॉर्ट अटैक बताया जा रहा है। सूचना के अनुसार साधौना थाने के प्रधान आरक्षक कल्लू तिवारी ने सोमवार दोपहर करीब 1 बजे कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लगवाया।
इंजेक्शन लगवाने के बाद वह थाने में ड्यूटी पर लौट आए। शाम करीब 5 बजे उनकी अचानक तबीयत बिगड़ गई। पसीने के साथ चक्कर आने लगे। मामला देख थाना प्रभारी रवि पाठक और स्टाफ ने तत्काल निजी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती कराया। इलाज के बाद रात में प्रधान आरक्षक तिवारी की स्थिति सामान्य हुई। लेकिन सुबह करीब 6.30 बजे उन्होंने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
पुलिस अधिकारी व जवान अस्पताल पहुंचे। जहां इलाज कर रहे डॉक्टर्स ने प्रधान आरक्षक कल्लू तिवारी की मौत का कारण हॉर्ट अटैक बताया। साधौना थाना प्रभारी रवि पाठक ने बताया प्रधान आरक्षक की तबीयत बिगड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। मौत का कारण हॉर्ट अटैक बताया जा रहा है।
प्रधान आरक्षक कल्लू तिवारी के निधन के बाद सानौधा थाना प्रभारी रवि पाठक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट डालते हुए अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। उन्होंने पोस्ट पर लिखा पुलिस विभाग में कहा जाता है कि प्रधान आरक्षक मोहर्रिर, कोर्ट मोहर्रिर और रीडर अगर काबिल हो तो थाना प्रभारी को कभी तनाव नहीं आ सकता। ऐसे ही टीम के महत्वपूर्ण एवं जिम्मेदार प्रधान आरक्षक कल्लू तिवारी थाना सानौदा में पदस्थ थे। हमेशा मंद मुस्कान के साथ अपने काम को पूरी निष्ठा व ईमानदारी से करते थे।
सबके साथ हंस बोल रहे थे। शाम तक अपने हंसमुख अंदाज से सभी को गुदगुदाते रहे। अचानक उन्हें पसीना और चक्कर आ गए। हम लोगों ने तत्काल प्राथमिक चिकित्सा कर इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने अपनी पूरी मेहनत व ईमानदारी से बचाने का प्रयास किया और जीवन व मौत के अल्पविराम में से निकाल कर लाए। रात तक सब ठीक था। मुझे लगा दो बार ह्रदय रुकने के बाद भी तिवारीजी अपनी इच्छा शक्ति और डॉक्टरों की मेहनत से जीवन के संघर्ष में जीत चुके हैं। अब तिवारीजी को कुछ नहीं होगा। सबको सब ठीक है कहकर देर रात घर आ गया और सुबह उठते ही जैसे ही फोन किया तो पता लगा कि वह हंसमुख चेहरा सबको रुलाकर अब दुनिया की अनंत गहराई में चला गया है।