भोपाल। यदि मध्यप्रदेश की बात करें तो पूरे देश में सिर्फ एक ही सवाल गूंज रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के माध्यम से मिली शक्तियों का उपयोग करते हुए मध्य प्रदेश के सभी शहरों को लॉकडाउन कर दिया लेकिन दमोह के लिए ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया। लोगों का सवाल है कि दमोह को लॉकडाउन क्यों नहीं किया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज इस सवाल का जवाब दिया है।
दमोह हमारे क्षेत्राधिकार में नहीं है: सीएम शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि दमोह हमारे क्षेत्राधिकार में नहीं है। चुनाव आयोग तय करेगा कि दमोह में क्या करना है। कुल मिलाकर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दमोह का मामला चुनाव आयोग के ऊपर डाल दिया है। नया सवाल यह है कि क्या चुनाव आयोग दमोह में महामारी फैलाना चाहता है। जब उसके आसपास के सभी जिले और शहर लॉकडाउन हैं तब चुनाव आयोग दमोह को बंद क्यों नहीं कर रहा।
सीएम शिवराज सिंह चौहान से कुछ और सवाल जिनके जवाब चाहिए
आपदा प्रबंधन अधिनियम और आचार संहिता दोनों में से कौन महत्वपूर्ण है। क्या मुख्यमंत्री ने इस बारे में मार्गदर्शन लिया है।
क्या मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग को इस बारे में लिखा कि दमोह में आम नागरिकों की जान बचाना, चुनाव कराने से ज्यादा जरूरी है।
सीएम शिवराज सिंह चौहान पूरे प्रदेश के नागरिकों से घरों में रहने की अपील कर रहे हैं। फिर आज चुनावी सभा में उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से घरों से निकलने और जनसंपर्क करने की अपील क्यों की।
माना कि दमोह चुनाव आयोग का अधिकार क्षेत्र है परंतु दमोह की सीमाएं तो सरकार सील कर सकती है। फिर क्यों बाहरी लोगों को दमोह में बेधड़क घुसने दिया जा रहा है।