इंदौर। पुलिस ने वाणिज्य कर विभाग के सहायक ग्रेड-3 कर्मचारी अमित वर्मा को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि अमित वर्मा एक व्हाट्सएप ग्रुप में अपने ही विभाग की महिला कर्मचारी के लिए गंदे मैसेज करता था, यहां तक कि कमिश्नर का ट्रांसफर करवा देने की भी धमकी देता था।
वाणिज्य कर विभाग के कर्मचारी शिशिर शुक्ला ने इस मामले की शिकायत की है। सुशील शुक्ला ने अपनी शिकायत के साथ व्हाट्सएप की चैट हिस्ट्री भी संलग्न की है। टीआइ डीबीएस नागर के मुताबिक अमित के खिलाफ तिरुमाला प्राइड निवासी शिशिर पुत्र वीरेंद्र शुक्ला की शिकायत पर आइटी एक्ट व जान से मारने की धमकी की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया है।
सुशील शुक्ला ने बताया कि आरोपित अमित वर्मा ने वाटसएप पर एक ग्रुप बना रखा था। जिसमें वह वाणिज्य कर विभाग की एक महिला कर्मचारी के बारे में अनर्गल बातें लिखता था। ग्रुप में अमित ने अफसरों और कर्मचारियों को एड कर लिया था। भद्दे मैसेज और वीडियो देख अफसर ग्रुप से लेफ्ट होते तो अमित दोबारा एड कर लेता था।
महिला कर्मचारी व्हाट्सएप ग्रुप में नहीं थी। कुछ दिनों पूर्व महिला कर्मचारी को पता चला तो पति को घटना बताई। महिला के पति का कोतवाली क्षेत्र में ही दुकान है। वह कमिश्नर राघवेंद्र सिंह और पवन शर्मा से मिला और पूरा किस्सा सुनाया। कमिश्नर ने विभागीय जांच के आदेश दिए और सीएसपी हरीश मोटवानी को बुलवा कर कार्रवाई के निर्देश दिए।
विभागीय अनुमति मिलने के बाद अमित वर्मा के खिलाफ FIR दर्ज कर ली गई। अमित वर्मा को जब इसके बारे में जानकारी मिली तो उसने सीधे टीआई डीबीएस नागर को फोन लगा दिया। फोन पर अमित वर्मा ने टीआई से मामला दर्ज न करने का निवेदन किया। अमित वर्मा इस एक मामूली और आपसी मामला बताने की कोशिश कर रहा था। टीआई डीबीएस नागर ने उसकी हां में हां मिलाते हुए विश्वास जीत लिया और बताया कि यदि वह कोतवाली में आकर महिला कर्मचारी से माफी मांग लेगा तो कोई कार्रवाई नहीं होगी।
इसके बाद अमित वर्मा सीधे थाने आ गया और पुलिस ने बड़ी ही आसानी से उसे गिरफ्तार कर लिया। अमित वर्मा के खिलाफ साइबर एक्ट एवं जान से मारने की धमकी का मामला दर्ज किया गया है।