GWALIOR KRH में ऑक्सीजन खत्म, 5 की मौत, डॉक्टर और स्टाफ भागा - MP NEWS

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ग्वालियर।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के सबसे बड़े जयारोग्य के कमला राजा अस्पताल में मंगलवार को ऑक्सीजन खत्म हो गई। तड़प-तड़प कर 3 मरीजों ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद मृतकों के परिजनों का आक्रोश देखते हुए डॉक्टर, स्टाफ अस्पताल छोड़कर भाग गए। अस्पताल में पुलिस तैनात कर दी गई है। अस्पताल की तीसरी मंजिल पर रोते-बिलखते परिजन ही नजर आ रहे हैं। सोमवार शाम को ही ग्वालियर कलेक्टर ने जिले में हालात कंट्रोल में होने और ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था होने की बात कही थी।  

KRH ग्वालियर में ऑक्सीजन खत्म होने से 10 की मौत: विधायक,  अस्पताल प्रबंधन 2 स्वीकारे  

हालांकि कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार का दावा है कि कम से कम 10 लोग मरे हैं। वहीं, अस्पताल प्रबंधन 2 की मौत मान रहा है। कुछ दिन पहले भी यहां पर ऑक्सीजन खत्म होने से तीन मरीजों की मौत हो गई थी। ग्वालियर के JAH (जयारोग्य अस्पताल) परिसर स्थित KRH (कमला राजा अस्पताल) की तीसरी मंजिल पर मेल वार्ड में सुबह 9 बजे अचानक ऑक्सीजन खत्म हो गई। ऑक्सीजन खत्म होने के बाद वहां भर्ती लोगों की सांसेंं उखड़ने लगी। डॉक्टर और परिजनों ने अंबू बैग से ऑक्सीजन देने का प्रयास किया, लेकिन चंद मिनट में उखड़ती सांसों के थमने का सिलसिला शुरू हो गया। उस समय वहां का मंजर दिल दहला देने वाला था। लोग मर रहे थे और डॉक्टर असहाय खड़े थे। इस पर परिजनों का सब्र टूटने लगा। 

डॉक्टर और स्टाफ हॉस्पिटल छोड़कर भागा 

लोगों में आक्रोश देखते हुए डॉक्टर और हॉस्पिटल स्टाफ अस्पताल छोड़कर मेडिकल कॉलेज में भाग गए। हंगामा की सूचना पर कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक व विधायक सतीश सिकरवार भी पहुंचे। उन्होंने अफसरों, डॉक्टरों को कॉल किए, लेकिन कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला।

ऑक्सीजन की कमी से मौत के बाद वहां लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति बन गई। तत्काल पुलिस ने स्थिति को संभाला। CSP लश्कर पुलिस फोर्स के साथ KRH पहुंचे और पूरे अस्पताल को निगरानी में ले लिया। पुलिस जवानों की तैनाती देखकर भी लोग मानने को तैयार नहीं थे।

ऑक्सीजन लगाने के लिए कोई डॉक्टर या स्टाफ नहीं था

जैसे ही KRH में एक के बाद एक मौत का सिलसिला शुरू हुआ, डॉक्टर डरकर भाग गए। डॉक्टर व मेडिकल स्टाफ जानता था कि ऑक्सीजन खत्म हो गया है। कुछ देर बाद ऑक्सीजन टैंकर पहुंचा, लेकिन वहां तड़प रहे मरीजों को ऑक्सीजन लगाने के लिए कोई डॉक्टर या स्टाफ नहीं था। यदि वहां डॉक्टर होते तो शायद कुछ की जान बच जाती या हालत इतने न बिगड़ते।

कमला राजा में हालत और मौत की स्पष्टता पर सभी का अलग-अलग बयान हैं। जेएएच अधीक्षक आरएस धाकड़ ने 2 मौत होने की बात कही है, लेकिन SDM प्रदीप तोमर कुछ भी नहीं होने की बात कहते नजर आए। कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार का दावा है कि कम से कम 10 मरे हैं।

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