ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में कोरोना मरीजों की जांच से लेकर इलाज तक की सभी सरकारी व्यवस्थाएं जिले में चरमरा चुकी हैं। शहर में रोजाना मिल रहे पांच सैकड़ा अधिक कोरोना मरीज को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है।
घंटों इंतजार के बाद भी एंबुलेंस नहीं आने पर लोग इलाज समय रहते मिल पाए इसके लिए मरीज को परिजन मोटरसाइकिल या कार से अस्पताल लेकर भर्ती कराने सेपहुंच रहे हैं। ऐसे में परिजन के संक्रमित होने का ज्यादा खतरा है। पिछले साल स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए पांच एंबुलेंस लगाई थी, जबकि उस दौरान मरीजों की संख्या अधिकतम दो सितंबर को 284 तक ही पहुंची थी जबकि इस बार अप्रैल महीने में रोजाना ही पांच सैकड़ा से अधिक मरीज सामने आ रहे हैं। मरीजों के अधिक होने के बाद भी केवल छह एंबुलेंस ही लगाई गई हैं।
शहर में हर दिन करीब 500 मरीज मिल रहे हैं। इनमें करीब 30 फीसद यानी डेढ़ सैकड़ा से ज्यादा मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने के लिए जाना पड़ रहा है, लेकिन उन्हें एंबुलेंस नहीं मिल पा रही है। इसी तरह से एक कोरोना मरीज को कोविड अस्पताल में शिफ्ट करने के लिए भी एंबुलेंस नहीं मिल पा रही है। मरीजों को परिजन के - साथ ही जाना पड़ता है।