ग्वालियर। सिटी सेंटर में रहने वाला एक प्रतिष्ठित अधिकारी सोशल मीडिया पर हनी ट्रैप का शिकार हो गया। अनुभवी प्रशासनिक अधिकारी होने के बावजूद उसने सबसे बड़ी गलती यह की कि सोशल मीडिया पर एक ऐसी लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर ली जिसे वह जानता तक नहीं था। अब वह खुद को निर्दोष बताने के लिए सारे जतन कर रहा है परंतु डिपार्टमेंट और समाज क्या उसकी अपनी पत्नी उस पर विश्वास नहीं कर रही।
रिक्वेस्ट, मैसेज और फिर वीडियो कॉल सब कुछ एक के बाद एक हुआ
मध्य प्रदेश शासन के एक प्रतिष्ठित अधिकारी अपनी पत्नी और बच्चों के साथ सिटी सेंटर में रहते हैं। अपनी शिकायत में उन्होंने बताया कि कुछ दिनों पहले उनके पास पूजा नाम की एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आई। रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करते ही उनके मोबाइल में पूजा की तरफ से मैसेज आया। कुछ घंटों बाद उनके मोबाइल पर पूजा का वीडियो कॉल आया। अधिकारी ने वीडियो कॉल अटेंड किया। पूजा ने उनसे खुलकर बात करना शुरू कर दिया।
लड़की के न्यूड होते ही अधिकारी घबरा गया
अधिकारी ने अपनी शिकायत में बताया है क्या वह पूजा नाम की लड़की से पहली बार वीडियो कॉल पर बात कर रहे थे लेकिन लड़की में कोई झिझक नहीं थी। कुछ ही देर में उसने अश्लील बातें करना शुरू कर दिया और फिर वीडियो कॉल पर धीरे-धीरे अपने कपड़े उतारने लगी। लड़की को न्यूड होता देखा अधिकारी घबरा गया और उसने कॉल कट कर दिया।
वीडियो में अधिकारी भी न्यूड दिखाई दे रहा है
पूजा नाम की लड़की ने कुछ घंटों बाद फिर से कॉल किया। अधिकारी के मोबाइल पर एक वीडियो भेजा गया। इस वीडियो में लड़की के साथ अधिकारी भी न्यूड दिखाई दे रहा है। अधिकारी को पूरी तरह से जाल में फंसाने के बाद ब्लैकमेलिंग शुरू हो गई है। अधिकारी काफी घबराया हुआ है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, ग्वालियर पुलिस की क्राइम ब्रांच मामले की जांच कर रही है परंतु लड़की को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
पत्नी को सब पता चल गया, किसी को मुंह नहीं दिखा पा रहा
अधिकारी के घर में हाल ही में कोई कार्यक्रम है। रिश्तेदार भी घर पर आए हुए हैं। वीडियो की बात उसकी पत्नी को पता चल गई है। इससे घर का माहौल काफी तनावपूर्ण है। पीड़ित ने जब कुछ किया नहीं है उसके बाद भी वह अपना चेहरा छुपाने पर मजबूर है।
हनी ट्रैप का नया तरीका है, 1 दिन में कई लोगों को शिकार करतीं हैं लड़कियां
जमाना बदल गया है। पहले किसी को हनीट्रैप का शिकार बनाने के लिए लंबी प्लानिंग और गैंग की जरूरत होती है। अब सोशल मीडिया के जरिए लड़कियां किसी हॉस्टल के बंद कमरे में बैठकर 1 दिन में कई लोगों को शिकार बना लेती है। जब तक पुलिस उन्हें ढूंढते हुए पहुंचती है तब तक लड़कियां हॉस्टल खाली करके जा चुकी होती हैं। इन तमाम समस्याओं से बचने का एक ही तरीका है। मर्यादा में रहें।