भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना साध्य है, असाध्य नहीं। इसका इलाज हो सकता है और हो रहा है। इससे घबरायें नहीं सतर्कता अवश्य रखें। उन्होंने बताया कि पॉजिटिव आने पर किस तरह से इलाज करवाना है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोनावायरस के इलाज की पूरी प्रक्रिया में हॉस्पिटल को अंतिम पड़ाव पर रखें।
गाँव के पंचायत भवन को आइसोलेशन सेंटर बना दे
उन्होंने कहा कि सामान्य सर्दी-जुकाम-बुखार आने पर लापरवाही न करें। तुरंत जाँच करवायें। किल कोरोना अभियान-2 के तहत हमारी टीम घर-घर पहुँच रही है। पॉजिटिव आने पर होम आइसोलेशन में रहें। घर में संभव हो तो एक पृथक कमरे में आराम कर उपचार करें। यदि घर में संभव न हो, तो गाँव के पंचायत भवन, धर्मशाला, आदि में क्वारेंटाइन सेंटर बनाकर आइसोलेटेड हो जायें। भोजन दवा की व्यवस्था सरकार करवायेगी।
आइसोलेशन के बाद कोविड कोरोना सेंटर में आए
उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकासखंड में कोविड कोरोना सेंटर खोले जा रहे हैं। वहाँ डाक्टर्स उपलब्ध हैं। उन्हें दिखाकर उपचार लिया जा सकता है। हॉस्पिटल को अंतिम पड़ाव पर रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्रामवासियों और किसानों से अपील की कि विवाह हमारी परंपरा है और संस्कार का महत्वपूर्ण भाग है। परंतु वर्तमान कोरोना संक्रमण के कारण विवाह समारोह को 15 मई तक स्थगित रखें, क्योंकि ऐसे समारोह में कोरोना पूरे परिवार को सामूहिक रूप से प्रभावित कर सकता है। यदि बहुत ही ज्यादा जरूरी हो तो अधिक से अधिक 10 लोग ही शादी में शामिल हों।