इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में कोरोनावायरस का नया वेरिएंट मिला है। 20 लोगों में नए वेरिएंट की पुष्टि हुई है। जांच के लिए सभी के सैंपल दिल्ली भेजे जा रहे हैं। यह सभी 20 लोग कोरोनावायरस की वैक्सीन का दूसरा डोज ले चुके हैं।
22 फरवरी को ही मिल गया था इंदौर में कोरोना का यूके वेरिएंट
इंदौर में इसके पहले 22 फरवरी को पहली बार 90 सैंपल दिल्ली भेजे गए थे। इसमें से जिसमें 6 मरीजों में यूके का खतरनाक वैरिएंट मिला था। 14 मार्च को 103 सैंपल और उसके बाद फिर 90 सैंपल दिल्ली की एनसीडीसी लैब में भेजे गए थे लेकिन इन सैंपलों की अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। डॉक्टरों का कहना है कि वायरस का कोई नया वैरिएंट है, जो तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कह पाना संभव है। कुल मिलाकर इंदौर में 22 फरवरी को ही कोरोनावायरस के खतरनाक वैरीअंट का पता लग गया था।
वायरस का कौन सा वेरिएंट, पता नहीं
अनिता मूथा, लैब इंचार्ज, महात्मा गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज, इंदौर का कहना है कि 20 ऐसे लोगों के सैंपल इंदौर से दिल्ली भेजेंगे, जिन्हें वैक्सीन का दूसरा डोज देने के बाद भी उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अभी वायरस का वैरिएंट कौन सा आ रहा है, यह पता लगाने के लिए दिल्ली से रिपोर्ट आने के बाद ही हम कुछ कह पाएंगे।
संक्रमित होने के बाद भी वैक्सीन से फायदा होगा
अमित मालाकार, नोडल अधिकारी कोविड, इंदौर का कहना है कि वैक्सीन लगवाएं। कोई भी वायरस अगर वैरिएंट बदलता है तो वैक्सीन लगने के बाद यह हावी नहीं हो पाएगा। वैक्सीन लगने से अधिक संक्रमण नहीं फैलेगा।