इंदौर। CORONA के नाम पर कालाबाजारी जोर पकड़ गई है। अपराधी मानसिकता के लोग पीड़ितों को लूटने का नित नया प्लान बना रहे हैं। रेमडेसिविर इंजेक्शन और आक्सीजन के साथ-साथ अब आक्सीमीटर और वेपोरब मशीन की कालाबाजारी शुरू हो गई है। पिछले 1 सप्ताह से इंदौर के बाजार में दोनों उपकरणों की सप्लाई रोक दी गई है। ऑक्सीमीटर पर MRP से ₹400 अधिक वसूले जा रहे हैं।
सिर्फ इंदौर में ₹150 की वेपोरब मशीन ₹500 में
इस बार लोग सुरक्षित रहने के लिए घर पर भी कुछ उपाय कर रहे हैं। इसमें सुबह-शाम भाप लेना भी शामिल है। लोग बड़ी संख्या में वेपोरब मशीन खरीद रहे हैं। आक्सीजन लेवल चेक करने के लिए आक्सीमीटर की बिक्री भी बढ़ गई। सामान्य दिनों में वेपोरब मशीन 150 से 250 रुपये के बीच मिलती थी, लेकिन डिमांड बढ़ने के कारण इसकी कीमत ₹500 तक कर दी गई है। जबकि इंदौर के आसपास वाले जिलों में यह मशीन अभी भी ₹150 में मिल रही है।
इंदौर में ₹1000 वाला ऑक्सीमीटर ₹1700 में
वहीं एक हजार रुपये में मिलने वाला आक्सीमीटर 1300 से 1700 रुपये तक में बेचा जा रहा है। ऐसा लग रहा है जैसे कोई सिंडिकेट काम कर रहा है। सप्लाई को ब्लॉक कर दिया गया है। ऑक्सीमीटर के लिए वेटिंग चलाई जा रही है। इस सब के पीछे डिमांड और सप्लाई का सिद्धांत कम साजिश ज्यादा नजर आ रही है, क्योंकि सरकारी स्तर पर इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।