इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में कोरोना कर्फ्यू और लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद कारोबारियों ने राहत पैकेज की मांग कर दी है। शहर के व्यापारियों के सबसे बड़े संगठन अहिल्या चेम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को इस बारे में पत्र लिखा है। पत्र में व्यापारियों ने जीएसटी, आयकर से लेकर सम्पत्तिकर में छूट और तमाम तरह की पेनल्टी को माफ करने की मांग रखी है।
सोमवार से जिले में लागू हुए एक सप्ताह के लाकडाउन का अहिल्या चेम्बर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री पहले विरोध कर चुका है। अब चेम्बर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल और मंत्री सुशील सुरेका ने मुख्यमंत्री चौहान को पत्र लिखा है। चेम्बर ने लिखा कि 2020 में लाकडाउन का असर अब तक कारोबार पर पड़ रहा है। उस समय हुए घाटे से व्यापारी उबर नहीं पाए हैं और अब फिर से लाकडाउन लगा दिया गया है।
चेम्बर ने मांग की है कि लाकडाउन की अवधि के दौरान जीएसटी, आयकर व अन्य करों में छूट दी जाएं। जमा करने की अवधि बढ़ाई जाए। सम्पत्तिकर व बिजली बिल में छूट देते हुए सभी तरह की पेनल्टी माफ की जाना चाहिए।अहिल्या चेंबर ने अनुमान जताया है कि बीते लाकडाउन से 290 करोड़ लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ है। चेम्बर का कहना है कि सरकार खुद ही कह रही है कि ये वर्ष जान बचाने का है। ऐसे में सरकार को राजस्व और आय की चिंता न कर कोरोनाकाल में व्यापारियों को राहत देना चाहिए।