इंदौर। मध्य प्रदेश की कारपोरेट सिटी इंदौर में संक्रमण तो बढ़ा है लेकिन इससे कहीं ज्यादा अस्पतालों में दरिंदगी और मरीज की मौत का डर दिखाकर लाखों की वसूली बढ़ गई है। हालात यह है कि अस्पतालों को जो ऑक्सीजन फ्री में मिल रही है, मरीजों से उसके लिए 3000 रुपए प्रतिदिन वसूले जा रहे हैं। आश्चर्यजनक बात यह है कि सांसद शंकर लालवानी इस मामले में अस्पतालों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
फ्री की ऑक्सीजन का पैसा वसूल रहे अस्पतालों को सांसद का संरक्षण
सांसद शंकर लालवानी से सवाल किया गया कि शहर में ऑक्सीजन फ्री में उपलब्ध हो रही है, लेकिन अस्पताल वाले लोगों से मनमाने रेट वसूल रहा है। इस पर उन्होंने कहा कि पिछले दिनों यह बात आई थी, तो हमने तीन अस्पतालों पर कार्रवाई की थी। अस्पताल को अभी बंद करना सही नहीं रहेगा। यदि इस प्रकार से शिकायत आएगी तो गठित कमेटी जांच करेगी। बिल में ऑक्सीजन के तीन हजार प्रतिदिन रुपए एड किए जा रहे हैं। इस पर उन्होंने कहा कि शिकायत आएगी तो जांच करेंगे।
अस्पताल वाले नेताओं को ऑक्सीजन का पैसा दे रहे हैं
कोविड-19 महामारी के मामले में इंदौर की चिकित्सा व्यवस्था नेताओं के दखल के कारण खराब हो गई है। सूत्रों का कहना है कि इंदौर में मौजूद सभी सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के बिस्तर सरकारी ऑक्सीजन एवं इंजेक्शन नेताओं के बीच कोटे बांट दिए गए हैं। ऑक्सीजन का पैसा अस्पताल वाली इसलिए वसूल पा रहे हैं क्योंकि उनका सप्लायर सरकार नहीं बल्कि एक नेता है। अस्पताल नेता से खरीद रहे हैं और मरीजों को बेच रहे हैं।