इंदौर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर को कोरोनावायरस से मुक्त करने के लिए स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि लोगों को गाइडलाइन का पालन करना ही होगा। इसके लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने पड़ेंगे। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है उन्हें सरकारी ऑफिसों में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार तेजी से बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए सरकार अब कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए सख्ती करने की तैयारी कर रही है। इंदौर के सरकारी दफ्तरों में 15 अप्रैल के बाद मंडी, नगर निगम, आईडीए कलेक्टर कार्यालय सहित सभी प्रशासनिक दफ्तरों में 45 से ज्यादा उम्र वाले व्यक्ति तभी प्रवेश कर सकते हैं। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि 45 वर्ष से ज्यादा आयु वाले लोगों को तभी प्रवेश मिलेगा जब उन्होंने वैक्सीन लगवा लिया हो और उसका सर्टिफिकेट या फोटो उसके पास हो।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को काेरोना की समीक्षा बैठक में कहा, मास्क ना पहनने वालों को सीख देने के लिए कुछ समय के लिए ओपन जेल में रखा जाए। इसके साथ ही ऐसे लाेगों पर जुर्माना भी लगाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कहा कि सोमवार या मंगलवार से लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाएगा। पहले दिन वह खुद भोपाल के किसी चौराहे पर लोगों को समझाएंगे।