जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में तेंदूपत्ता संग्रहण व बरसात पूर्व पौधरोपण की तैयारियों का जायजा लेने अपनी बीट में पहुंचे वन रक्षक को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया। रस्सी से उसके हाथ बांधकर मारपीट की गई। जान पर आफत देख वन रक्षक ने किसी तरह अधिकारियों को फोन पर घटना की सूचना दी।
जिसके बाद वन मंडल अधिकारी, रेंजर समेत अन्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और बमुश्किल वन रक्षक को ग्रामीणों के चंगुल से आजाद कराया। घटनास्थल से जान बचाकर सभी अधिकारी कुंडम थाना पहुंचे और घटना के लिए जिम्मेदार 100 से ज्यादा ग्रामीणों के खिलाफ FIR कराई। घटना के संबंध में वन विभाग कुंडम परिक्षेत्र के रेंजर हिमांशु अग्रवाल ने बताया कि वन रक्षक सौरभ केशरवानी 29 वर्ष कुंडम के बड़कुर क्षेत्र में अपनी बीट का जायजा लेने निकला था।
कोसम झोंगरी पहुंचकर वह तेंदूपत्ता संग्रह व पौधरोपण की तैयारियों का जायजा ले रहा था तभी क्षेत्रीय निवासी हुब्बीलाल आर्मो समेत 100 से ज्यादा ग्रामीणों ने उसे घेर लिया। वन रक्षक को धमकी दी गई कि उक्त जमीन उनकी है इसलिए वह वहां से बाहर निकल जाए। वन रक्षक ने उन्हें समझाने का प्रयास किया कि उक्त जमीन शासकीय है तथा आगामी समय में पौधरोपण किया जाना है। जिसकी तैयारियों के संबंध में वह पहुंचा है। इतना सुनते ही सभी भड़क उठे और उसे पकड़कर रस्सी से बांध दिया। रस्सी से बांधकर उसे घटनास्थल से दूर ले गए।
वन रक्षक ने किसी तरह सूचना दी जिसके बाद वन मंडल अधिकारी मुकेश पटेल समेत तमाम अधिकारी दोपहर करीब ढाई बजे मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से बातचीत कर किसी तरह वन रक्षक को उनके कब्जे से मुक्त कराया गया। इधर, कुंडम पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।