जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में पेट दर्द की शिकायत पर शहर के बिलहरी स्थित निजी अस्पताल में भर्ती अधिवक्ता की मौत पर परिजन ने हंगामा किया। अस्पताल में तोड़फोड़ करते हुए डॉक्टर के साथ भी अभद्रता की। इसके बाद परिजनों ने शिवसेना के पूर्व पार्षद व प्रदेश अध्यक्ष ठाडेश्वर महावर के साथ गोराबाजार थाने का घेराव किया। परिजन डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे थे।
जानकारी के अनुसार रामपुर निवासी युवक राजकुमार बेन पेशे से अधिवक्ता थे। उन्हें पेट में दर्द होने के कारण परिजन बिलहरी स्थित डॉ. सुलखिया अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां उनकी सभी जांच नाॅर्मल आई थी। यहां तक कि कोरोना की जांच भी निगेटिव आया था। परिजनों का दावा है कि मंगलवार रात में डॉक्टरों ने राजकुमार बेन को दो इंजेक्शन लगाए। इसके बाद उनकी तबियत खराब हुई और थोड़ी देर बाद उनकी मौत हो गई, जबकि इससे पहले वे अच्छे खासे थे और बातचीत कर रहे थे।
राजकुमार बेन की मौत के बाद परिजन भड़क गए। डॉक्टर और स्टाफ पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। वकील की मौत की खबर पाकर शिवसेना नेता ठाडेश्वर महावर भी साथियों के साथ पहुंच गए। परिजनों ने इससे पहले अस्पताल में तोड़फोड़ करते हुए डॉक्टर व स्टाफ के साथ मारपीट कर चुके थे। अस्पताल में तोड़फोड़ और हंगामे की खबर पाकर मौके पर गोराबाजार, केंट व बरेला की पुलिस भी पहुंच गई।
शिवसेना नेता ठाडेश्वर महावार के साथ परिजनों ने अस्पताल के बाद गोराबाजार थाने का किया। थाने में देर रात तक हंगामा होता रहा। ठाडेश्वर महावर के मुताबिक पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे मामले में डॉक्टर और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करेंगे। सीएसपी कैंट भावना मरावी के मुताबिक परिजनों की शिकायत काे जांच में लिया गया है।