जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में कोरोना की दूसरी लहर में के कारण दूसरी बार शहर में लगाए गए लॉकडाउन में सब कुछ बंद है। अर्ध सरकारी से लेकर सरकारी दफ्तरों में भी ताले लटके हुए है। आरटीओ दफ्तर बंद होने से उन वाहन मालिकों की चिंता बढ़ गई है जिनके ड्राइविंग लाइसेंस, वाहनों की फिटनेस और परमिट की मियाद खत्म हो चुकी है। अब उन्हें लाइसेंस,परमिट का नवीनीकरण की चिंता सताने लगी है।
कोरोना के चलते ज्यादातर लोग सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करने की बजाए अपने निजी वाहन से ही आ-जा रहे हैं। ऐसे में उन्हें डर है कि जांच के दौरान लाइसेंस, परमिट, फिटनेस न होने पर पुलिस कहीं जुर्माना न ठोक दें।जबलपुर में 22 अप्रैल तक लाकडाउन लगाया गया है। लेकिन इसके बाद भी आरटीओ दफ्तर 25 अप्रेल तक बंद रहेगा। क्योंकि 22 के बाद शुक्रवार से सोमवार तक फिर लाक डाउन रहेगा। इसके बाद भी इसे बढ़ाया जा सकता है।
परिवहन विभाग ने घर बैठे ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने, नवीनीकरण कराने, रजिस्ट्रेशन का पता बदलवाने, डुप्लीकेट रजिस्ट्रेशन वाहन ट्रांसफर सहित करीब 18 सेवाएं आनलाइन कर दी है। ताकि आवेदक घर बैठे ही आरटीओ से जुड़ी सेवाओं का लाभ उठा सके। लेकिन जबलपुर में लाकडाउन के चलते आरटीओ दफ्तर बंद होने से आवेदक चाहकर भी आनलाइन सेवाओं का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं।हालांकि आरटीओ सूत्रों की माने तो आवेदकों को चिंता करने की जरुरत नहीं है। नियमानुसार उन्हें लाकडाउन में दी गई सहूलियत का लाभ दिया जाएगा।