ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर शहर में प्लाज्मा की कालाबाजारी करने वालों ने पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं। गिरोह में अभी तक चार सदस्यों के नाम सामने आ चुके हैं। दो पकड़े जा चुके हैं, जबकि दो अभी फरार हैं। इनमें एक महिला नर्स भी शामिल है।
चार सदस्यों में से तीन अंचल के सबसे बड़े अस्पताल JAH (जयारोग्य अस्पताल) के कर्मचारी हैं। जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, वह कुछ वरिष्ठ पदों पर बैठे अफसरों के खास कर्मचारी हैं। पकड़े गए दोनों आरोपियों को पुलिस ने 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। अभी इतना ही बता रहे हैं, 25 दिन पहले ही उन्होंने यह गिरोह बनाया था। 25 दिन में 10 पैकेट प्लाज्मा बेच चुके हैं। पैकेट की कीमत 20 से 30 हजार रुपए लेते थे।
झांसी रोड थाना पुलिस ने मंगलवार को प्लाज्मा कांड का खुलासा किया था। काफी समय से JAH में प्लाज्मा का रैकेट चलने की सूचना मिल रही थी। इस पर TI झांसी रोड मिर्जा आसिफ बेग ने एक प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कोविड पेशेंट का अटेंडर बनकर दलाल से संपर्क साधा था। इसके बाद प्लाज्मा खरीदने डील हुई थी।
इसके बाद कैंसर हिल्स से पुलिस ने JAH का वार्ड बॉय श्याम गौतम व दलाल ऑटो चालक अनिल सिंह को गिरफ्तार किया था। जब उनको झांसी रोड थाना लाकर पूछताछ की, तो JAH के प्लाज्मा बैंक से सुपर स्पेशियलिटी तक फर्जीवाड़ा कर प्लाज्मा बैग निकालना। उनको 20 से 30 हजार रुपए में बेचने के रैकेट का खुलासा हुआ था।
गिरोह ने यह भी खुलासा किया है कि वह 25 दिन से प्लाज्मा की कालाबाजारी का धंधा कर रहे हैं। इस गिरोह का मास्टर माइंड वह वार्ड बॉय है जो अभी ICU में ड्यूटी कर रहा है। रैकेट पकड़े जाने के बाद शेष दोनों JAH के कर्मचारी गायब हो गए हैं। पुलिस इनकी तलाश कर रही है। अब प्लाज्मा बेचने लगे:ग्वालियर में वार्ड बॉय- ICU अटेंडर 20 हजार रु. में कोविड पेशेंट को बेच रहे थे प्लाज्मा, TI ने कस्टमर बन कर की डील, दो गिरफ्तार
किसे बेचा प्लाज्मा
अब पुलिस इनसे पूछताछ कर पता लगा रही है कि 10 पैकेट प्लाज्मा किस-किस को बेचा है। उनके नाम पते व फोन नंबर ले लिए हैं। अब उनकी पड़ताल की जा रही है। असलियत में वह किसी कोविड पेशेंट के अटेंडर थे भी या नहीं। हो सकता है, उन लोगों ने प्लाज्मा खरीदकर कहीं और ब्लैक किया हो।