झाबुआ। ग्राम वागलावाट (राणापुर) में 21 वर्षीय इंजीनियरिंग के छात्र हरीश भूरिया (पिता का नाम पार सिंह भूरिया) ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। उसने एक सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसमें उसने राणापुर टीआई कौशल्या चौहान, पुलिसकर्मी रामरथ परमार पर आरोप लगाया है कि दोनों ने पद का दुरुपयोग करते हुए उसकी पत्नी को से छीन कर दूसरे लोगों को सौंप दिया।
रजिस्टर्ड मैरिज के बाद भी पत्नी को पति के साथ नहीं भेजा
भैया, मैं सबसे बड़ा लूजर हूं। कौशल्या चौहान और रामरथ परमार जब तक आप जैसे लोग पुलिस में रहेंगे, तब तक हम जैसे प्यार करने वालों के लिए सिर्फ मौत के सिवाय कोई विकल्प नहीं होता। आपने पद और अधिकार का बहुत गलत उपयोग किया। मेरे सास-ससुर और आपके जैसे लोग किसी लड़की को न मिले। आप लोगों ने सारी हदें पार कर दी। उसको तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी। मारा, डराया, धमकाया और इतने से भी जी नहीं भरा तो बोला हरीश के लिए ऐसा कर रही है तो उसे ही उठा लेंगे और मार देंगे।
तलाक के बिना ही दूसरे पुरुष के साथ संबंध बनवाए
उसका तीन महीने का बच्चा गिरा दिया। किसी दूसरे आदमी के साथ जबरदस्ती बंद कर शारीरिक शोषण भी करवा रहे हैं। मेरा ये नोट सामने आएगा तो उसे बुलवाया जाएगा कि मैं सब मेरी मर्जी से कर रही हूं लेकिन सच्चाई कुछ और है। मेरे सभी परिवार, संबंधी, दोस्तों से माफी चाहता हूं। आप लोगों ने कभी भी मुझ से ये उम्मीद नहीं की होगी। मां का ख्याल रखना। सॉरी, आई हेव नो मोर। ऊपर वाले का धन्यवाद, इतना अच्छा परिवार दिया। इतनी खूबसूरत पत्नी दी।
लड़की अपने माता पिता के साथ जाना चाहती थी: टीआई चौहान
राणापुर थाने की महिला इंस्पेक्टर कौशल्या चौहान ने कहा कि लड़की बालिग है। उसे यहां लाकर बयान लिए गए तो उसने माता-पिता के साथ जाने के लिए बयान दिया। इस आधार पर परिवार को सौंप दिया गया था।
लड़की वयस्क है, भोपाल में रजिस्टर्ड शादी हुई थी
हरीश के परिवार वालों ने बताया कि दोनों के बीच प्रेम संबंध था। दोनों ने 8 अक्टूबर 2020 को भोपाल में रजिस्टर्ड मैरिज कर ली। इसके बाद दोनों गुजरात चले गए। लड़की के परिवार वालों ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। लड़की वयस्क थी फिर भी पुलिस दोनों को पकड़कर लाई व लड़की को माता-पिता के हवाले कर दिया था। मैरिज सर्टिफिकेट होने के बावजूद लड़की को उसके पति के साथ नहीं भेजा गया। शुक्रवार सुबह हरीश ने चूहा मारने की दवा खाकर आत्महत्या कर ली।