ग्वालियर। आपदा प्रबंधन अधिनियम एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा दिए गए फ्री हैंड के बाद मध्यप्रदेश में कलेक्टर, भगवान का दूसरा रूप हो गए हैं। अब इसके उदाहरण भी सामने आने लगे हैं। चंबल क्षेत्र के दिग्गज एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता, पूर्व मंत्री और विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह ने ग्वालियर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को 22 घंटे में 22 बार फोन लगाया। कलेक्टर ने एक बार भी बात नहीं की। जबकि प्रोटोकॉल के तहत कलेक्टर की जिम्मेदारी है कि वह विधायक का फोन रिसीव करें और यदि व्यस्त है तो कॉल बैक करें।
विधायक ने कलेक्टर को फोन लगाया, पिए को नोट कराया परंतु कोई फायदा नहीं
पूर्व मंत्री व लहार विधायक डॉ. गोविंद सिंह ने चिट्ठी में लिखा है कि कोविड महामारी के दौर में दो जरूरतमंदों की मदद के लिए आपको 23 अप्रैल की सुबह 11 बजे से रात 9 बजे तक 22 बार कॉल किया गया। पूर्व मंत्री ने लिखा कि यह फोन आपके मोबाइल नंबर 8717999836 व 8989867665 पर किया गया था। इसके अलावा, ऑफिस के फोन नंबर 0751 2446200 पर भी कॉल किया। इस दौरान आपके पीए से भी बातचीत हुई।
आपातकाल के दौर में जनप्रतिनिधि के साथ ऐसा व्यवहार अच्छा नहीं है: डॉक्टर गोविंद सिंह
पूर्व मंत्री, विधायक एवं दिग्गज कांग्रेस नेता डॉक्टर गोविंद सिंह ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह से सजग करते हुए कहा, प्रजातांत्रिक मुल्क में निर्वाचित प्रतिनिधि के साथ ऐसे व्यवहार से वेदना हुई है। उन्होंने कहा कि मुझे आपसे फोन पर बात करने का शौक नहीं है। मजबूरी में दो कार्यकर्ताओं के जीवन रक्षा के लिए मदद चाहिए थी। उन्होंने पत्र में लिखा कि ईश्वर की कृपा से आपको यह प्रतिष्ठा का पद मिला है। इसका सम्मान कर जनकल्याण की भलाई के लिए करें। इससे सम्मान बढ़ेगा।
सीएम को लिखा, कम से कम संकट के समय तक जनता और जनप्रतिनिधियों का सम्मान करें
पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने पत्र में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर की तारीफ की। कहा कि मैं शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने एक बार ही फोन करने पर तत्काल पीड़ितों की मदद की। पत्र में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सावधान किया। अपील करते हुए कहा, प्रदेश में जिम्मेदारी के पद पर बैठे नौकरशाहों को सावधान करें। उन्होंने कहा कि कम से कम संकट के समय जनता और जनप्रतिनिधियों का सम्मान करें।
ऑक्सीजन व रेमडेशिवर इंजेक्शन की जरूरत के लिए किया था कॉल
पूर्व मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने बताया कि दो कार्यकर्ता कोविड पीड़ित हैं। एक ओम हॉस्पिटल थाटीपुर और दूसरा सिम्स मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल कैंसर पहाड़ी पर भर्ती है। दोनों को ऑक्सीजन व रेमडेशिवर इंजेक्शन की जरूरत पूरी करने के लिए कलेक्टर को फोन किया था। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी जिलों के कलेक्टरों को ऑक्सीजन एवं रेमडेसिवीर इंजेक्शन उपलब्ध कराने के लिए प्रभारी नियुक्त किया है।