एसटीएफ की टीम सुबह से पनौठा गांव पहुंच गई थी। करीब दो घंटे तक टीम के सदस्य रूपा के घर की निगरानी करते। इसके बाद सुबह 9 बजे उन्होंने रूपा घर में दबिश दी। टीम को घर में रूपा का पिता वीर अहिरवार, मां और भाई अजय अहिरवार मौजूद था, लेकिन रूपा घर से गायब थी। टीम ने मां और पिता पर दबाव बनाया तो उन्होंने फोन करके रूपा को घर पर बुला लिया। जैसे ही रूपा घर पहुंची। महिला पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
एसटीएफ को अजय के पास से एक पिस्टल और कारतूस मिले हैं। इस कारण अजय को भी टीम अपने साथ ले गई है। इस मामले में ईशानगर थाना प्रभारी दीपक यादव का कहना है कि रूपा अहिरवार को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान वे पनौठा गांव में मौजूद थे, लेकिन वे कार्रवाई में शामिल नहीं रहे। रूपा अहिरवार की गिरफ्तार के लिए एसटीएफ की टीम दो सालों से परेशान थी। रूपा लगातार अपने स्थान बदल रही थी। वह बीच-बीच में गांव आती थी। गांव आने की सूचना पर एसटीएफ पहले भी कई बार दबिश दे चुकी थी। पर रूपा हर बार बच निकलती थी, इसी कारण इस बार कार्रवाई के दौरान एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस को सूचना ही नहीं दी। जब उन्होंने रूपा को कब्जा में ले लिया तब छतरपुर पुलिस को खबर दी गई।
रूपा ग्राम पनौठा के वीर अहिरवार की बड़ी बेटी है। पिता ने रूपा का विवाह वर्ष 2012 में इटारसी के जगदीश अहिरवार के साथ कर दिया था। कुछ दिनों तक ससुराल में रहने के बाद उसने ससुराल से किनारा कर लिया और छतरपुर लौट आई थी। अब उसका पति से तलाक हो चुका है। ससुराल छोड़कर कुछ साल पहले वह देरी रोड पर बीड़ी मजदूर काॅलोनी में रहने लगी थी। यहीं से वह आरती दयाल के संपर्क में आई। आरती अपने साथ रूपा को भी भोपाल ले गई। आरती से जुड़ने के बाद रूपा भी उसकी ब्लैकमेलिंग में मदद करने लगी। रूपा ने आरती के लिए कई लोगों के साथ उसके वीडियो बनाए। अब रूपा 26 साल की है।