भोपाल। कोरोना की दूसरी लहर से रोजाना लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। अकेले मध्य प्रदेश में साढ़े तीन हजार से ज्यादा बैंककर्मी कोरोना पाजिटिव हुए हैं, जिसमें 46 अधिकारी-कर्मचारी की मौत हो चुकी हैं। कोरोनाकाल में वित्तीय सेवाएं प्रभावित न हो इसके लिए अब बैंक सिर्फ चार घंटे खुली रहेगी। बीते दिनों बैंक संगठनों की मांग पर इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने बैंक प्रबंधन से चर्चा के बाद यह फैसला लिया है। सुबह 10 से दोपहर दो बजे तक बैंक से लेन-देन हो सकेगा।
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस ने बीते दिनों संक्रमण को देखते हुए कार्यसमय में कटौती की मांग उठाई। इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने सभी बैंकों के प्रबंधन से बातचीत की। बैंक सेवाओं का निरंतर संचालन पर जोर दिया। वैसे इन दिनों बैंक में पूर्व गाइडलाइन के आधार पर कार्य करने में लगी थी। सभी बैंकों में कार्य समय प्रात: 10 बजे से दोपहर दो बजे तक रहेगा। बैंक जमा, नगद निकासी, राशि अंतरण तथा सरकारी कार्य ही किए जा सकेंगे। बैंकों में रोटेशन से 50 प्रतिशत कर्मचारियों से ही कार्य लिया जाएगा। शेष कर्मचारियों से वर्क फ्राम होम करवाया जा सकता है।
यूनाइटेड फोरम आफ बैंक यूनियंस फोरम के संयोजक मोहन कृष्ण शुक्ला ने बताया कि पिछले सप्ताह के सरकारी आंकड़ों के हिसाब से प्रदेश में 3672 से अधिक बैंककर्मी संक्रमित हुए हैं। इसके बाद फोरम में कुछ प्रस्ताव बनाकर भेजे थे, जिसे लगातार बिगड़ती स्थिति में शाखाएं बंद न करना पड़ें, इसके लिए समय में कटौती की है। वैसे इंडियन बैंक्स एसोसिएशन ने बैंकों के प्रबंधन को निर्देशित किया है कि बैंककर्मियों को बैंक परिसर में सामूहिक वैक्सीनेशन की व्यवस्था करें तथा बैंककर्मियों के संक्रमित होने की स्थिति में प्रमुख अस्पतालों में आपात चिकित्सा प्रबंध भी किए जाएं। उधर आपदा समिति की गाइडलाइन का भी बैंकों में पालन किया जाएगा।