भोपाल। ना डॉक्टर बचा पा रहे हैं, ना कलेक्टर ऑक्सीजन और इंजेक्शन दिला पा रहे हैं, अस्पतालों में सरकार अनुपस्थित है। सब कुछ भगवान भरोसे चल रहा है। मध्यप्रदेश शासन का सबसे बड़ा अफसर (मुख्य सचिव) कोरोनावायरस से संक्रमित हो गया यानी अब मध्य प्रदेश का हर इंसान खतरे में है। सिर्फ एक गलती की सजा मौत हो सकती है। पिछले 24 घंटे में 104 लोगों का निधन हो गया। कर्फ्यू की जरूरत नहीं है, जब तक जिंदगी के लिए जरूरी ना हो, घर में ही रहिए। इस सबके बीच अच्छी बात यह है कि मध्यप्रदेश में खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 29 से घटकर 28 हो गई और कोरोनावायरस से मुक्त हो रहे जिलों की संख्या 6 से बढ़कर 8 हो गई।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 28 (एक जिला कम हुआ)
इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर, खरगोन, रतलाम, रीवा, बैतूल, विदिशा, धार, सतना, होशंगाबाद, शिवपुरी, कटनी, बालाघाट, शहडोल, झाबुआ, सीहोर, राजगढ़, रायसेन, मुरैना, दमोह, सिंगरौली, सीधी, टीकमगढ़ और दतिया ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 12000, भोपाल 10000, ग्वालियर 8000 और जबलपुर 5000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 8 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है (2 जिले बढ़ गए)
छिंदवाड़ा, देवास, छतरपुर, खंडवा, श्योपुर, भिंड, बुरहानपुर और आगर मालवा मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। इनमें से खंडवा एकमात्र ऐसा जिला है जहां एक्टिव केस की संख्या 200 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS 24 APRIL 2021
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ऑक्सीजन के लिए पूरा प्लान तैयार हो रहा है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, नरेंद्र सिंह तोमर, थावरचंद गहलोत एवं विक्की के माध्यम से उद्योगपतियों से ऑक्सीजन के लिए बात की है।
ग्वालियर के अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो गई है। एसपी ग्वालियर में आदेश दिया है कि यदि कहीं ऑक्सीजन के सिलेंडर तालों में बंद है तो ताला तोड़ कर ले आएं।
पिछले 24 घंटे में मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की कथित कमी के कारण 100 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई। इनमें से कुछ की तो रिपोर्ट भी नहीं आई थी।
उज्जैन में लकड़ियों के बड़े से ढेर पर दर्जनों लाश रखकर जला दी गई। अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं बची है।
सागर में अधजली लाशों के अंग यहां वहां पड़े देखे गए।
मध्यप्रदेश के बैतूल में 104 साल के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बिरदीचंद गोठी ने घर पर रहते हुए कोरोनावायरस को हरा दिया। उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आ गई है। उनका कहना है कि संतुलित आहार एवं जीवन चर्या से जीता जा सकता है।
मध्यप्रदेश के बीना में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन द्वारा 1000 बिस्तर का अस्थाई अस्पताल बनाया जा रहा है।
कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया गुना में पुलिस पार्टी की जगह गश्त करते हुए दिखाई दिए। अस्पताल में मरीजों को ऑक्सीजन और इंजेक्शन के लिए लड़ते हुए देखा गया।
ग्वालियर में जब नेता कोई काम नहीं आए तो उद्योगपतियों ने जनता की मदद करना शुरू किया। मालनपुर का सूर्या रोशनी प्लांट हर रोज 250 ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल करके देगा। प्लांट के मालिक ने अपना उत्पादन बंद कर दिया है।
मध्यप्रदेश के अशोकनगर एवं बैतूल में लॉक डाउन की अवधि बढ़ाकर 3 मई 2021 कर दी गई है।
पूरे मध्यप्रदेश में 90% से ज्यादा आईसीयू एवं ऑक्सीजन बेड भरे हुए हैं। इलाज नहीं मिलने के कारण मरीज दम तोड़ रहे हैं।
बालाघाट में सरकारी अस्पताल से 20 ऑक्सीजन सिलेंडर गायब हो गए।
ग्वालियर के डबरा शहर में एक घर के अंदर दर्जनों ऑक्सीजन सिलेंडर रखे हुए मिले।
ग्वालियर में अस्पताल में भर्ती दो लोगों को इंजेक्शन के लिए कांग्रेस विधायक डॉक्टर गोविंद सिंह ने 22 घंटे में कलेक्टर को 22 फोन लगाए लेकिन इंजेक्शन नहीं मिला। मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को एक फोन लगाया और इंजेक्शन मिल गया। सिर्फ वीआईपी के कहने पर इंजेक्शन मिल रहा है।
कांग्रेस पार्टी की विधायक कलावती भूरिया की कोरोनावायरस से संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई।
कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की प्रेस अधिकारी रहे मनोज पाठक का कोरोनावायरस के कारण निधन हो गया।
ऑक्सीजन सिलेंडर के मामले में पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया है। प्रदेश के 1 दर्जन से ज्यादा जिलों में पुलिस की टीम ने ऑक्सीजन सिलेंडर लाकर अस्पताल को दिए।