भोपाल। मध्य प्रदेश में 31 जिले ऐसे हैं जहां सारा दिन लोगों के बीच किसी ना किसी प्रियजन की कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण अकाल मृत्यु की चर्चा होती रही एवं सोशल मीडिया पर शोक व्यक्त किया जाता रहा। मध्य प्रदेश के 52 में से मात्र 8 जिले से हैं जहां के नागरिक संतोष कर सकते हैं कि यदि वह संक्रमित होते हैं तो उन्हें इलाज मिलेगा और वह स्वस्थ हो जाएंगे। किसी बिस्तर, ऑक्सीजन या इंजेक्शन के कारण उनकी अकाल मृत्यु नहीं होगी।
मध्य प्रदेश में सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 31 (2 जिले बढ़ गए)
भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सागर, खरगोन, रतलाम, रीवा, बैतूल, विदिशा, धार, सतना, नरसिंहपुर, होशंगाबाद, शिवपुरी, कटनी, शहडोल, बालाघाट, सीहोर, झाबुआ, रायसेन, मुरैना, राजगढ़, नीमच, सिंगरौली, सीधी, दमोह, टीकमगढ़, दतिया और पन्ना ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 12000, भोपाल 12000, ग्वालियर 9000 और जबलपुर 5000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 8 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
छिंदवाड़ा, देवास, खंडवा, हरदा, श्योपुर, भिंड, बुरहानपुर और आगर मालवा मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। इनमें से बुरहानपुर एकमात्र ऐसा जिला है जहां एक्टिव केस की संख्या 200 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS 27 APRIL 2021
- पूरा डबरा शहर शोकमग्न रहा क्योंकि शहर की सबसे लोकप्रिय महिला शिक्षक श्रीमती सुषमा पाठक का कोरोनावायरस के संक्रमण के कारण निधन हो गया था।
- शिवपुरी शहर में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता श्री विजय भारद्वाज की मृत्यु के कारण माहौल काफी गमगीन एवं भयभीत कर देने वाला।
- ग्वालियर के सबसे बड़े कमलाराजा अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म हो जाने के कारण सप्लाई बंद रही। इसी दौरान 3 मरीजों की मौत हो गई। कांग्रेस विधायक सतीश सिकरवार का कहना है कि कम से कम 10 मरीजों की मौत हुई है।
- मध्य प्रदेश का ओवरऑल पॉजिटिविटी रेट 25% से घटकर 23% के नीचे आ गया है परंतु इसे संतोषजनक नहीं कह सकते क्योंकि संक्रमण की दर 2.5% से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
- उज्जैन में कांग्रेस पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता नूरी खान को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने आरोप लगाया था कि ऑक्सीजन रिफिलिंग प्लांट में डाली चल रही है।
- रतलाम में रेमडेसिवीर इंजेक्शन की खाली शीशी में ग्लूकोस भरकर ₹35000 में बेचने का मामला सामने आया है।
- भिंड में एक गर्भवती महिला का प्रसव इसलिए नहीं करवाया गया क्योंकि उसकी कोविड-19 रिपोर्ट नहीं आई थी। महिला ने आम रास्ते पर शिशु को जन्म दिया।
- होम आइसोलेशन वालों के लिए मेडिकल उपकरण (पल्स ऑक्सीमीटर, एग्जामिनेशन ग्लव्स, कोरोनावायरस फ्लू की टेबलेट) निर्धारित अधिकतम खुदरा मूल्य से 3 गुना अधिक दामों पर बेचे जा रहे हैं। बाजार बंद कराने के लिए कष्ट लगाने वाला प्रशासन इस मामले में सबूतों के साथ किसी शिकायत का इंतजार कर रहा है।