भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस के संक्रमण, इंजेक्शन और ऑक्सीजन सहित तमाम चीजों के लिए हाहाकार के बीच स्थानीय प्रशासन के 3 चेहरे सामने आ रहे हैं। 7 जिलों के कलेक्टरों ने संक्रमण की रोकथाम के लिए काम किया और वह सफल रहे। 21 जिलों में हालात बेकाबू हो गए हैं। इनमें से कुछ जिलों में प्रशासन की लापरवाही और कुछ में वह घिनौनी हरकत (इंजेक्शन और ऑक्सीजन की कालाबाजारी एवं घोटाला) सामने आ रही है जिसकी उम्मीद में नहीं की जा सकती थी।
मध्य प्रदेश सबसे खतरनाक स्थिति वाले जिलों की संख्या 21
इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, सागर, रतलाम, बैतूल, रीवा, विदिशा, होशंगाबाद, सतना, शिवपुरी, कटनी, बालाघाट, शहडोल, राजगढ़, रायसेन, शाजापुर, सिंगरौली और टीकमगढ़ ऐसे जिले हैं जहां कोरोनावायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या 1000 से अधिक चल रही है। इंदौर में 10000, भोपाल 8000 और ग्वालियर 5000 से अधिक के साथ सबसे खतरनाक स्थिति में है।
मध्य प्रदेश के 7 जिले जहां स्थिति नियंत्रण में है
देवास, खंडवा, श्योपुर, डिंडोरी, भिंड, बुरहानपुर और निवाड़ी मध्यप्रदेश के ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 500 से कम है। इनमें से खंडवा और हरदा दो ऐसे जिले हैं जहां एक्टिव केस की संख्या 200 से कम है। निश्चित रूप से इन जिलों में कलेक्टर एवं तमाम कोरोना कंट्रोल टीम सफलतापूर्वक काम कर रही है। यह सभी अभिवादन के पात्र हैं।
MADHYA PRADESH COVID19 UPDATE NEWS 20 APRIL 2021
मध्यप्रदेश शासन की ओर से नई गाइडलाइन जारी कर दी गई है। इसके तहत सभी प्रकार के कार्यक्रम प्रतिबंधित कर दिए गए हैं। इनमें विवाह उत्सव भी शामिल है।
मध्य प्रदेश के 90% सरकारी एवं प्राइवेट कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम के लिए आदेशित किया गया है।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट ने दमोह विधानसभा उपचुनाव में कोरोना प्रोटोकॉल का उल्लंघन किए जाने पर सरकार एवं चुनाव आयोग को नोटिस जारी किया है।
दिल्ली में लॉकडाउन के कारण वापस लौट रहे मजदूरों से भरी बस ग्वालियर के जोरासी घाटी क्षेत्र में पलट गई। 5 मजदूरों की मौत हो गई जबकि 25 से ज्यादा घायल हुए हैं।
पीपुल्स अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 10 मरीजों की मौत की खबर आई थी। कलेक्टर ने खबर का खंडन किया है।
इंदौर के सरकारी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में 60,000 रुपए में बेड उपलब्ध कराने के मामले में सिक्योरिटी एजेंसी के मैनेजर को गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों का कहना है कि इस अपराध में 2 डॉक्टर भी शामिल है।
नरसिंहपुर जिले के कलेक्टर वेद प्रकाश की तबीयत खराब हो जाने के कारण उन्हें जबलपुर रेफर किया गया है।