भोपाल। पिछले दिनों जब इलाज के अभाव में एक महिला बैंक कर्मचारी की मौत हुई थी तब उसके लाचार भाई ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को बद्दुआएं देते हुए कहा था कि जिस दिन शिवराज सिंह के घर में ऐसा होगा, उस दिन वो घी के दीए जलाएगा। आज भारतीय जनता पार्टी के मंडल अध्यक्ष ने शिवराज सिंह चौहान को निकम्मा मुख्यमंत्री कहा है।
नुनसर मंडल अध्यक्ष अजय पटेल ने शिवराज सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है – ‘हमारे मध्य प्रदेश का निकम्मा मुख्यमंत्री. मैं खुद मंडल अध्यक्ष उसका विरोध करता हूं. चाहे जो भी हो, क्योंकि मैंने अपनों को मारते हुए देखा है. माननीय शिवराज सिंह चौहान जी मैं आपकी ही पार्टी का मंडल अध्यक्ष नुनसर बोल रहा हूं. मैं अपने परिवार के लिए यदि इंजेक्शन की व्यवस्था नहीं कर पा रहा हूं तो मैं इसको अपनी नाकामी मानूं या सरकार की.’
शिवराज सिंह के प्रति लोग इतने आक्रोशित क्यों हैं
दरअसल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान हमेशा अपने भाषणों में इस बात की गारंटी देते हैं कि उनके रहते हुए मध्य प्रदेश की जनता को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। मृत्यु एक अंतिम सत्य है। बीमार व्यक्ति की भी मृत्यु हो सकती है। लोग सिर्फ इसलिए आक्रोशित हैं क्योंकि मात्र ₹100 की आक्सीजन और 3000 रुपए के इंजेक्शन ना होने के कारण मौत हो रही है। यदि मुख्यमंत्री समय रहते स्टॉक कर लेते, बुधनी का ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया होता तो आज मध्य प्रदेश में इतनी मौतें नहीं होतीं।