भोपाल। वर्षों बाद ग्वालियर के सिंधिया राजघराने में सभी सदस्य एक ही पार्टी में आ जाने से उम्मीद की जा रही थी कि सिंधिया परिवार में एका दिखाई देगा परंतु अब कुछ और ही नजर आ रहा है। ज्योतिरादित्य सिंधिया राजस्थान में अपनी बुआ वसुंधरा राजे को नुकसान पहुंचाने जा रहे हैं। पार्टी उनका उपयोग उनकी बुआ के विकल्प के रूप में कर रही है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वसुंधरा राजे की राजनीतिक चाल विफल कर दी
मामला सहाड़ा सीट पर हो रहे विधानसभा उपचुनाव का है। इस विधानसभा क्षेत्र से ग्वालियर रियासत और सिंधिया परिवार का पुराना नाता रहा है। BJP इसी पुराने रिश्ते को भुनाने के लिए पहले वसुंधरा राजे से सहाड़ा में सभा करवाना चाहती थी, लेकिन वह अब तक प्रचार के लिए नहीं आईं हैं। भाजपा अब राजे की जगह उनके भतीजे ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रचार मैदान में उतार रही है। ज्योतिरादित्य सिंधिया की रविवार दोपहर गंगापुर में चुनावी सभा होगी।
गंगापुर से सिंधिया घराने का 230 साल पुराना रिश्ता
सहाड़ा के गंगापुर क्षेत्र का सिंधिया खानदान से 230 साल पुराना रिश्ता है। गंगापुर सहाड़ा क्षेत्र के कई गांव ग्वालियर रियासत के अधीन आते थे। इस वजह से सिंधिया घराने का इस इलाके के लोगों में प्रभाव रहा है। इसके पीछे ऐतिहासिक कारण है। बताया जाता है कि मेवाड़ राजघराने की बेटी गंगाबाई ग्वालियर की बहू थीं।
ज्योतिरादित्य से वसुंधरा राजे की भरपाई के सियासी मायने
भाजपा की निगाह सिंधिया के प्रभाव क्षेत्र वाले गांवों के वोटों पर है। भाजपा के रणनीतिकार ग्वालियर रियासत का हिस्सा रहे गांवों के लोगों के बीच ज्योतिरादित्य की सभा करवाकर वोटों को अपने पक्ष में करने की कवायद कर रहे हैं। इसके साथ वसुंधरा राजे के विकल्प के तौर पर भी इस्तेमाल कर रहे हैं।