भोपाल। कोरोनावायरस की दूसरी लहर के कारण पूरे मध्यप्रदेश में आम जनता के ऊपर तमाम तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए हैं और दमोह (विधानसभा क्षेत्र जहां उपचुनाव हो रहा है) में कलेक्टर आम नागरिकों को प्रोत्साहित करने हेतु विज्ञापन प्रसारित कर रहे हैं जिस पर लिखा है 'कोरोना से नहीं डरेंगे, मतदान हम जरूर करेंगे।'
बहुत छोटे अक्षरों में लिखा है '2 गज की दूरी, मास्क है जरूरी'
भारत सरकार द्वारा सरकारी विज्ञापनों के लिए निर्धारित गाइड लाइन के अनुसार सबसे महत्वपूर्ण बात सबसे बड़े फोंट में लिखी जाती है। दूसरी महत्वपूर्ण लाइन का फोंट साइज 50% कम से कम होना चाहिए। कलेक्टर द्वारा जारी किए गए विज्ञापन में दूसरी महत्वपूर्ण लाइन '2 गज की दूरी, मास्क है जरूरी' ठीक उसी तरह लिखी गई है जैसे बीमा कंपनियां अपने फॉर्म में नियम एवं शर्ते लिखती हैं।
मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग को जवाब देना चाहिए
पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा था कि दमोह उनका नहीं निर्वाचन आयोग का विषय है। इसलिए वह पूरे मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस के संक्रमण से नागरिकों को बचाने के लिए तमाम तरह के प्रबंध कर रहे हैं परंतु दमोह में नहीं कर पा रहे हैं। मध्य प्रदेश के निर्वाचन आयोग को जवाब देना चाहिए कि वह चुनाव क्षेत्र के नागरिकों को संक्रमण से बचाने के लिए क्या प्रबंध कर रहा है।