रीवा। नेहरू नगर क्षेत्र में गुरुवार सुबह से लेकर शाम तक बवाल मचा रहा। एसडीओ सुरेश मिश्रा ने अपनी पुत्रवधू को बंधक बना लिया था। छुड़ाने आए समधी को गोली मार दी और उसके बाद पुलिस पार्टी पर भी फायरिंग की। 3 घंटे तक लगातार फायरिंग करते रहे। बड़ी मुश्किल से सुरेश मिश्रा को गिरफ्तार किया जा सका।
बताया जा रहा है कि नेहरू नगर में रहने वाले SDO सुरेश मिश्रा डिंडोरी में तैनात हैं जबकि उनका बेटा भोपाल में। घर में सिर्फ सास-बहू रहती हैं। 3 दिन पहले सुरेश मिश्रा ने अपनी बहू को अपने ही घर में बंधक बना लिया था। बहू ने किसी तरह इसकी सूचना अपने पिता श्रीनिवास तिवारी को दी। गुरुवार दोपहर 12:00 बजे जब श्रीनिवास तिवारी अपनी बेटी के ससुराल सुरेश मिश्रा के सामने पहुंचे तो सुरेश मिश्रा ने श्रीनिवास तिवारी पर फायरिंग कर दी। एक गोली प्यार में जाकर लगी। गंभीर रूप से घायल स्थिति में उन्हें अस्पताल दाखिल किया गया।
अस्पताल से पुलिस को सूचित किया गया। जब पुलिस पार्टी सुरेश मिश्रा के घर के पास पहुंची तो सुरेश मिश्रा ने पुलिस पार्टी को टारगेट पर ले लिया। जैसे ही पुलिस आगे बढ़ती सुरेश मिश्रा फायरिंग शुरू कर देते। सूचना कलेक्टर को दी गई एवं तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर अनाउंसमेंट किया लेकिन कोई असर नहीं पड़ा। पुलिस एवं प्रशासन सुरेश मिश्रा के घर से करीब आधे किलोमीटर दूरी पर 3 घंटे तक इंतजार करता रहा।
बिछिया थाना प्रभारी जगदीश सिंह ठाकुर, आरक्षक आरडी पटेल और आरक्षक बिन्नू ने इस विकट समस्या से जूझने का फैसला किया और आगे बढ़े। उन्होंने सुरेश मिश्रा के मुख्य द्वार का ताला तोड़ दिया और एसडीओ सुरेश मिश्रा को कंफ्यूज करते हुए उसके पास तक जा पहुंचे। सुरेश मिश्रा को काबू में करने के बाद सबसे पहले बंधक बनाई गई पुत्रवधू एवं सुरेश मिश्रा की पत्नी को मुक्त कराया गया। फिर सुरेश मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया।