भोपाल। टीकमगढ़ और रायसेन में आरटीओ कर्मचारियों पर प्रकरण दर्ज करने के विरोध में प्रदेशभर में बुधवार से आरटीओ अधिकारी और कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। इससे आरटीओ में कामकाज ठप रहेगा और आवेदकों को परेशान होना पड़ेगा।
आरटीओ जितेंद्रसिंह रघुवंशी ने बताया कि शासन के आदेश के अनुसार किसी भी लोक सेवक पर बिना जांच के केस नहीं दर्ज किया जा सकता है, लेकिन पुलिस ने हाल ही में टीकमगढ़ और रायसेन में बिना जांच के हमारे साथी कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। यह नियमों का उल्लंघन है। इसका हमारे कर्मचारी संगठन विरोध करते हैं।
इसके अलावा पूरे प्रदेश में परिवहन विभाग में स्टाफ की कमी है। कर्मचारियों पर काम का दबाव है। उड़नदस्तों में 4-5 लोगों का स्टाफ है। वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में कोई भी वाहन दुर्घटनाग्रस्त होता है तो सीधे आरटीओ को निलंबित कर दिया जाता है। इसका हम लोग विरोध कर रहे हैं। हर बार हम लोग अपनी मांगों को लेकर हड़ताल का करते हैं तो सरकार आश्वासन देती है, लेकिन अब हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं।
परेशान होंगे लोग
उधर एजेंटों का कहना है कि अकेले इंदौर आरटीओ में रोजाना डेढ़ से दो हजार लोग पहुंचते हैं। इसलिए हड़ताल से लोगों को परेशान नहीं होना पड़े, असलिए हमने अपने ग्राहकों को मना कर दिया है। इसके विपरीत जो लोग सीधे आरटीओ आते हैं, वे भी परेशान होंगे। इसके अलावा जिन लोगों के अप्वाइंटमेंट होंगे, वे लोग क्या करेंगे? वहीं जिनके लाइसेंस खत्म होने वाले होंगे, उनका क्या होगा। उन्हें भी परेशान होना पड़ेगा।