जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में वाहन चेकिंग के दौरान ड्राइवर द्वारा कंटेनर चढ़ाने से जिंदगी और मौत के बीच संघर्षरत आरक्षक प्रकाश चौधरी (45) ने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया। उसकी मौत की वजह अधिक रक्त स्राव होने से हार्ट फेल होना बताया जा रहा है। बरगी पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पहले उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या के प्रयास का मामला दर्ज हुआ था। अब पुलिस ने उसे गैर इरादतन हत्या में दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार भोपाल निवासी आरक्षक प्रकाश चौधरी (45) की वर्तमान तैनाती रीवा के चाकघाट बैरियर में था। तीन अप्रैल को वह परिवहन विभाग में संभागीय उड़न दस्ते के आरक्षक पीयूष मरावी से मिलने बरगी पहुंचा था। बरगी थाने में पीयूष मरावी की ओर से दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक प्रकाश चौधरी सड़क क्रास कर रहा था, तभी नागपुर की ओर से तेज रफ्तार में आ रहे कंटेनर एचआर 38 एक्स 9366 ने उसे कुचल दिया।
पीयूष मरावी के मुताबिक ड्राइवर ने रोके जाने पर जानबूझकर ये जानते हुए कंटेनर की रफ्तार बढ़ा दी कि इससे मौत भी हो सकती है। कंटेनर प्रकाश चौधरी के जांघ व पैरों को कुचलते हुए उसे लगभग 10 मीटर तक घसीट ले गई। इसके बाद ड्राइवर मौके पर कंटनेर छोड़कर फरार हो गया था।
प्रकाश चौधरी के बारे में बताया गया कि वह छुट्टी लेकर जबलपुर पीयूष से मिलने पहुंचा था। हालांकि हादसे के समय वह वर्दी में था। ग्राम कालादेही के पास चेकिंग के दौरान आरक्षक प्रकाश चौधरी ने ही कंटेनर को रोकने का प्रयास किया था। तब ये घटना हुई। उस समय संभागीय उड़न दस्ते के एसआई राजेंद्र साहू, प्रधान आरक्षक रामदयाल, आशुतोष मौगे, देवेंद्र दांगी के साथ पीयूष मौजूद थे।
आरटीओ सूत्रों की मानें तो प्रकाश चौधरी का भले ही चाकघाट रीवा बैरियर में तैनाती रही हो, लेकिन मौखिक आदेश पर उसे संभागीय उड़न दस्ते में शामिल किया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घटना के समय प्रकाश चौधरी ही कंटेनर को रोक रहा था। घटना में उसके जांघ व पैर के परखच्चे उड़ गए थे। अधिक रक्तस्राव होने के बाद उसे गोलबाजार स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तीन दिन जिंदगी और मौत से संघर्ष के बाद आखिरकार उसने सोमवार सुबह दम तोड़ दिया।