सतना। मध्य प्रदेश के चित्रकूट के नयागांव थाने में पदस्थ एक महिला आरक्षक के सुसाइड का मामला सामने आया है। यहां थाने में तैनात आरक्षक कंप्यूटर ऑपरेटर का कार्य करती थी। जो कई दिनों से बीमार चल रही थी। ऐसे में उसने अपने सहयोग के लिए बड़ी बहन को सरकारी आवास में रखा था।
वह शुक्रवार को थाने में ड्यूटी कर रात में घर पहुंची थी। जहां दोनों बहनों ने रात में खाना खाया और सो गईं थी। जब बड़ी बहन शनिवार की सुबह नींद खुली तो देखा कि छोटी बहन बिस्तर में नहीं है। दूसरे कमरे में गई तो वह फांसी के फंदे पर लटक रही थी। तुरंत बड़ी बहन ने नयागांव थाना पुलिस को सूचना दी। जानकारी के बाद पहुंची पुलिस ने किराये के मकान में लटक रहे शव को नीचे उतारकर पीएम के लिए भेज दिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक श्रुति सिंह (27) निवासी शाहपुर थाना सिरमौर जिला रीवा की मूल रूप से रहने वाली थी। उसकी पदस्थापना सतना जिला अंतर्गत चित्रकूट के नयागांव थाने में महिला आरक्षक के पद पर थी। वह थाने में कम्प्यूटर ऑपरेटर का कार्य करती थी। जो कई दिनों से बीमारी से परेशान थी। ऐसे में उसने अपने सहयोग के लिए बड़ी बहन ज्योति सिंह को साथ में रखा था। बीते दिन लेडी कांस्टेबल श्रुति सिंह अपनी ड्यूटी पूरी कर किराए के मकान में बड़ी बहन और एक अन्य साथी स्टाफ अंकिता सिंह व उसका बच्चा सहित खाना खाने के बाद सो गई थी। जिसकी शनिवार की सुबह लटकती हुई लाश मिली।
सुबह महिला आरक्षक की बहन की सबसे पहले नींद खुली तो उसने तुरंत घर के सदस्यों और नयागांव पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया। जानकारी के बाद पहुंची पुलिस ने फंदे से शव को उतारकर पीएम के लिए अस्पताल में शव रखवा दिया है।
बड़ी बहन ज्योति सिंह ने बताए अनुसार पुलिस ने श्रुति की आत्महत्या की वजह बीमारी से परेशान होना माना। वह शुक्रवार की देर शाम नयागांव थाने में अपनी ड्यूटी पूरी कर थाना परिसर के पास स्थित अपने आवास में पहुंची थी। जहां वह बीमारी के चलते मानसिक तनाव में थी। हालांकि बड़ी बहन के साथ रहने के कारण कुछ दिनों से नार्मल थी। लेकिन बीमारी पीछा नहीं छोड़ रही थी। साथ ही कोरोना काल में थाने की ड्यूटी भी महत्वपूर्ण थी। ऐसे में वह धीरे-धीरे अवसाद से ग्रसित हो रही थी। फिलहाल पुलिस श्रुति के सुसाइड केस के हर पहलुओं की जांच कर रही है।