भोपाल। मध्यप्रदेश का सरकारी तंत्र इन दिनों काम कम और खबरों का खंडन ज्यादा कर रहा है। सतना जिला चिकित्सालय से संबंधित खबरों का खंडन करने के लिए मंत्री को बुलाया गया। मीडिया के सामने दिखाया जा रहा था कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है लेकिन जैसे ही सप्लाई ऑन की गई, सब कुछ गुडगोबर हो गया क्योंकि लाइन में से गैस नहीं निकली। लाइन खाली थी।
सतना जिला चिकित्सालय में मंत्री रामखेलावन पटेल और सांसद गणेश सिंह को बुलाया गया। सब कुछ प्री-प्लान था। डेमोंसट्रेशन के लिए एक बिस्तर लगाया गया था जिस पर ऑक्सीजन की सप्लाई लाइन लगाई गई थी। मंत्री और सांसद के साथ मीडिया के आते ही यह साबित करने की कोशिश की गई कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है।
मंत्री, सांसद और मीडिया के सामने ऑक्सीजन की सप्लाई चालू की गई लेकिन गैस बाहर नहीं आई, पता चला की लाइन खाली है। बस फिर क्या था, कुछ ख़बरों का खंडन करने के लिए पूरा इवेंट प्लान किया गया था, जिसमें से एक नई खबर निकल आई। ऑक्सीजन की कमी है और मंत्री को दिखाने के लिए जो कुछ किया गया था वह नियमित अस्पताल व्यवस्था का हिस्सा नहीं है बल्कि डेमो बेड बनाया गया था।