शिवपुरी। मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले में 250 से ज्यादा एक्टिव केस हो गए लेकिन प्रशासनिक लापरवाही लगातार जारी है। सरकारी जिला चिकित्सालय से 4 कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीज फरार हो गए और किसी को पता तक नहीं चला। पांचवा पॉजिटिव जिसे होम क्वारंटाइन किया गया था, हलवाई की दुकान पर कचोरियां तलता हुआ मिला।
इलाज कराने भर्ती हुए 4 पॉजिटिव मरीज फरार
शिवपुरी का सरकारी अस्पताल पूरे क्षेत्र में इस बात के लिए कुख्यात है कि यहां या तो मरीज को ग्वालियर कि किसी प्राइवेट अस्पताल में रेफर किया जाता है या फिर मरने के लिए भर्ती कर लिया जाता है। व्यवसाय कितनी चाक चौबंद है इसका प्रमाण आज उस समय मिल गया जब 3 अप्रैल को आइसोलेशन वार्ड में इलाज के लिए भर्ती हुए 4 मरीज हेमंत दुबे, रितेश शर्मा, सौरभ बाथम और परवीन बानो फरार हो गए और किसी को पता ही नहीं चला। अपनी लापरवाही छुपाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने चारों के खिलाफ आपदा प्रबंधन अधिनियम और शासकीय आदेश की अवहेलना का मामला दर्ज कराया है।
होम क्वॉरेंटाइन वाले मरीज कोई देखने नहीं आया तो दुकान पर समौसे कचौरी बनाने आ गया
केंद्र सरकार की गाइड लाइन के अनुसार जिन लोगों को होम क्वॉरेंटाइन किया जाता है, प्रशासन की जिम्मेदारी है कि उनकी नियमित रूप से देखभाल की जाए। कम से कम सुबह और शाम स्वास्थ्य विभाग का कर्मचारी होम क्वॉरेंटाइन किए गए मरीज से मुलाकात करें एवं उसके स्वास्थ्य की रिपोर्ट अपनी डायरी में दर्ज करें, लेकिन शिवपुरी में ऐसा कुछ भी नहीं होता। काशीराम उर्फ सुनहरी परिहार, उसकी पत्नी और बेटा तीनों संक्रमित हो गए थे। उन्हें होम आइसोलेशन किया गया था लेकिन जब कोई देखने पूछने नहीं आया तो काशीराम अपने काम पर निकल गया। चंदू हलवाई की दुकान पर समोसे कचोरी बनाता हुआ मिला।