शक्ति रावत। मौजूदा हालात किसी से छिपे नहीं है, हर तरफ से जो खबरें और सूचनाएं आ रहीं हैं, वे नकारात्मक तो हैं हीं, हमारे मनोबल को तोडऩे वाली और निराश करने वाली भी हैं। जाहिर है, जब चारों तरफ डर का माहौल हो तो आपकी चिंता बढऩा स्वाभिक है। लेकिन यह हालात डरने के नहीं बल्कि डटने के हैं। कई लोग हालात देखकर पैनिक हो रहे हैं, कई डरे हुए हैं। कई लोगों ने पूछा ऐसे समय में क्या करें। मेरा जबाब है, आर्मी प्लान। जो हमेशा सर्तक रहने और तुंरत एक्शन लेने की सीख देता है। मेरे हिसाब से इस समय हममें से सभी लोगों को यह पांच एक् शन तुरंत लेने चाहिये।
1- निगेटिविटी को तुंरत रोकिये-
यह पहला जरूरी काम है, माना हालात बहुत बुरे हैं, ऐसे में सबसे जरूरी है, खुद को और परिवार को निगेटिविटी से बचाना। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक 24 घंटे बुरी खबरों की चर्चा है, यह हमें कमजोर करती हैं। इसलिये जितनी जरूरी है उतनी जानकारी लेकर इनसे दूर हो जाईये। घर में या किसी से फोन पर निगेटिव बातें तुरंत बंद कीजिये। इसकी जगह घर में माहौल को पॉजीटिव बनाईये। खुद को उम्मीद से भरिये और दूसरों को भी।
2- आपात स्थिति की तैयारी-
आप सर्तक हैं, तो सुरक्षित भी हैं, लेकिन फिर भी तैयारी जरूरी है, ईश्वर ना करे आपको या आपके किसी पहचान वाले को कभी भी मदद की जरूरत हो सकती है। ऐसे में अपने शहर के कोविड अस्पतालों, एंबुलेंस, शव वाहन, मेडीकल शॉप तथा डॉक्टरों के जरूरी नंबरों की सूची तैयार करें, और उसे अपने पास रखें। यह सोशल मीडिया और अखबारों पर भी है। इस एक् शन का मतलब डरना या डराना नहीं बल्कि इमरजेंसी के लिए तैयार रहना है।
3- ना बिगाड़ें रूटीन-
ज्यादातर शहरों में लॉकडाउन के हालात होने की वजह से कई लोग अपनी दिनचर्या बिगाड़ रहे हैं, यह गलती ना करें। इस समय शरीर को एकदम चुस्त और तंदरूस्थ रखने की जरूरत है। अपना रूटीन कायम रखें, जिसमें प्रकृति के साथ रहकर योग, व्यायाम और प्राणायम जैसी चीजें करते रहें। परिवार के सदस्यों को भी इसके लिए प्रेरित करें। आप स्वस्थ्य रहेंगे, तभी हालात का मुकाबला कर पाएंगें।
4- बनायें रखें संपर्क-
बेकाबू होते हालात हो देखकर कई लोग अंदर तक डर गए हैं, ऐसे में लोग खुद तक सीमित हो रहे हैं, और संपर्क से दूर हो रहे हैं। ऐसा ना करें। रिश्तेदारों और मित्रों के संपर्क में बने रहें। मोबाइल पर बातचीत करते रहें, अपने हाल बतायें और उनके हाल लेते रहें। अगर कोई मुश्किल में है, तो उसकी मदद करने की कोशिश भी करें। जब भी बात करें तो सकारात्मक होकर बात करें।
5-खुद को और परिवार को संभालें-
बाहर के हालात पर तो नजर रखें ही सबसे पहले घर को संभालें। सभी सदस्यों की सुरक्षा का ध्यान रखें, साथ ही अगर कोई सदस्य पैनिक या अकेला महसूस कर रहा है, तो उसका भी मनोबल बढ़ाएं। बच्चों को भी बतायें कि यह समय भी बीत जाएगा और जल्द सबकुद सामान्य होगा। घर का माहौल हल्का-फुल्का रखें। संगीत, चुटकुले, इंउोर गेम और आपसी हंसीमजाक और पारिवरिक चर्चाओं को महत्व दें। महामारी की बात जितनी कम से कम करें। उतना अच्छा। -लेखक श्री शक्ति रावत मोटीवेशनल स्पीकर और लाइफ मैनेजमेंट गुरू हैं।