कोरोना वायरस के आते ही सारी दुनिया के लोग वायरस शब्द से भली भांति परिचित हो ही चुके हैं परंतु अब एक नया शब्द रोज़ सुनने को मिलता है जो है कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन या वेरिएंट। तो आइए आज अपन इसी के बारे में जानते हैं। virus डीएनए ( DNA, Deoxyribos Nucleic Acid) या आरएनए( RNA, Ribose Nucleic Acid ) तथा प्रोटीन के बने हुए अणु या कण होते हैं। जो कि तेजी से उत्परिवर्तित (Mutant) होते रहते हैं।
अब ये उत्परिवर्तन का क्या अर्थ है
उत्परिवर्तन का अर्थ है लगातार अपना रूप बदलते रहना। चूँकी वायरस में अपना खुद का डीएनए या आरएनए पाया जाता है जो कि एक सेल्फ डुप्लीकेटिंग न्यूक्लिक एसिड है, यानी कि अपने जैसी ही बहुत सारी कॉपियां तैयार कर सकता है और यह कॉपियां बदलते वातावरण में अपने आप को समायोजित करने के लिए उत्परिवरर्तित (Mutant) होती रहती हैं।
या साधारण भाषा में कहें तो वायरस अपने आप को अपडेट (Update) करते रहते हैं और यही कारण है कि कोरोना वायरस का नया वेरिएंट या स्ट्रेन पहले के मुकाबले और ज्यादा ताकतवर होता जा रहा है।