भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और मध्य प्रदेश शासन के स्वास्थ्य विभाग की सरकारी रिपोर्ट कोरोनावायरस के कमजोर होने की सूचनाएं तो दे रहे हैं परंतु केंद्रीय गाइड लाइन के अनुसार मध्यप्रदेश में सिर्फ 20 जिले हैं जो 30 मई तक कर्फ्यू और प्रतिबंध के दायरे से बाहर निकल सकते हैं। याद दिलाना जरूरी है कि भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार कर्फ्यू खत्म करने के लिए संक्रमण की दर कम से कम 1 सप्ताह तक 5% से कम होना चाहिए।
मध्य प्रदेश के इन जिलों में सबसे पहले बाजार खुलेगा
मध्य प्रदेश के प्रदेश के 20 जिलों होशंगाबाद, देवास, विदिशा, बालाघाट, टीकमगढ़, मुरैना, छिंदवाड़ा, छतरपुर, श्योपुर, मंडला, गुना, आगर मालवा, बड़वानी, अशोकनगर, झाबुआ, निवाड़ी, भिण्ड, खण्डवा, बुरहानपुर तथा अलीराजपुर की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से कम है। जिस तरह से ग्राफ नीचे जा रहा है उम्मीद की जा रही है कि 22 मई तक इन जिलों की पॉजिटिविटी रेट 5% से कम हो जाएगी और यदि ऐसा हुआ तो 1 जून को कंटेनमेंट जोन छोड़कर शेष इलाकों में बाजार खोला जा सकेगा।
मध्य प्रदेश के इन जिलों में कर्फ्यू लगा रहेगा
प्रदेश के 5 जिलों में ही अब 200 से अधिक तथा 12 जिलों में 100 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 1307, भोपाल में 657, जबलपुर में 421, उज्जैन में 232, ग्वालियर में 201, सागर में 195, रतलाम में 190, रीवा में 170, शिवपुरी में 114, नरसिंहपुर में 113, सीहोर में 106 तथा दमोह में 104 नए प्रकरण आए हैं। इन सभी जिलों की पॉजिटिविटी रेट भी 10% से अधिक चल रही है जबकि मध्य प्रदेश की औसत संक्रमण दर 10% से कम हो गई है। अतः यह बताने की जरूरत नहीं कि इन जिलों में 1 जून से कर्फ्यू खत्म होने या उस में ढील दिए जाने की संभावना काफी कम है।