भोपाल। आयुष्मान कार्ड मामले में जिस अस्पताल संचालक का मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने बयान में नाम तक नहीं दे पाए थे और गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने अपने बयान में बचाव किया था, वह चिरायु हॉस्पिटल के मालिक श्री अजय गोयनका मामले में ज्योतिरादित्य सिंधिया की इंट्री के बाद झुके हुए दिखाई दिए। अस्पताल ने ना केवल मरीज के परिजनों से जमा कराए गए ₹200000 वापस किए हैं बल्कि भविष्य में आयुष्मान कार्ड धारकों का योजना के अनुसार इलाज करने का वचन भी दिया है।
एक वीडियो वायरल होने के बावजूद आयुष्मान कार्ड अस्वीकार कर दिया था
उक्त जानकारी मंगलवार को मरीज के रिश्तेदार योगेंद्र रघुवंशी ने वीडियो जारी करके दी। उन्होंने पूरे मामले में मदद के लिए राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और स्वास्थ्य मंत्री प्रभुराम चौधरी का धन्यवाद दिया। योगेन्द्र ने सोमवार को वीडियो जारी कर चिरायु में आयुष्मान कार्ड से इलाज करने से मना करने की जानकारी दी थी। साथ ही दो लाख रुपए एडवांस जमा कराए जाने की बात कही।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मदद का आश्वासन दिया था
योगेन्द्र ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से उसकी दादी का इलाज आयुष्मान कार्ड से कराने के लिए मदद मांगी थी। साथ ही कहा था कि अब उनके पास अस्पताल में जमा करने के लिए पैसा नहीं है। इस मामले पर राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने योगेंद्र से बात कर मदद का आश्वासन दिया था।
नोटिस जारी होते ही अस्पताल की अकड़ निकल गई
इसके बाद आयुष्मान भारत निरायम मध्य प्रदेश के सीईओ एस विश्वनाथन ने चिरायु अस्पताल को शोकॉज नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब देने को कहा था। नोटिस जारी होते ही 24 घंटे के अंदर ही चिरायु ने मरीज के परिजन को एडंवास 2 लाख रुपए की राशि लाैटा दी।
लगातार दूसरे दिन अस्पताल की शिकायत
आयुष्मान कार्ड से इलाज कराने से मना करने का चिरायु मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल का यह लगातार दूसरा मामला है। इसके एक दिन पहले रविवार को भी डीआईजी बंगला निवासी योगेश बलवानी ने अपनी मां का इलाज आयुष्मान कार्ड से करने से मना करने का वीडियो वायरल किया था।
मैनेजर गौरव बजाज के शब्दों में अमानवीयता एवं अहंकार था
इस वीडियो में अस्पताल का मैनेजर गौरव बजाज योगेश से कहता है कि अस्पताल में कोविड मरीजों के इलाज के लिए आयुष्मान कार्ड स्वीकार नहीं किए जाएंगा। यह वीडियो शुक्रवार को बनाया गया था।
वीडियो वायरल होने के बाद महिला मरीज की मौत हो गई थी
जिसके एक दिन बाद शनिवार को योगेश की मां की मौत हो गई। इस मामले में भी भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है।
हालांकि इस मामले के बाद अस्पताल के मालिक डॉ. अजय गोयनका ने अपना बयान जारी कर अस्पताल के मैनेजर गौरव बजाज को सामाजिक कार्यकर्ता बताते हुए वीडियो का खंडन किया था। जबकि वीडियो में गौरव बजाज खुद को अस्पताल की अथॉरिटी बता रहा था। समाचार लिखे जाने तक डॉ. अजय गोयनका की ओर से गौरव बजाज के खिलाफ किसी भी प्रकार की कार्रवाई की कोई सूचना नहीं है।