भिंड। मध्य प्रदेश में कोरोना किल अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में पब्लिक को सुरक्षित रखने के लिए फ्रंट लाइन में पुलिस खड़ी नजर आ रही है। भिंड जिले के अब तक डीएसपी, टीआई सहित 22 जवान कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इसके अलावा नौ पुलिस जवानों के घर में भी कोरोना वायरस दहशत फैला चुका है। इनके परिवार भी अब असुरक्षित हैं।
जिले में चाहे सांप्रदायिक घटना हो या कोई प्राकृतिक आपदा अथवा किसी कुख्यात बदमाश की दहशत। हर वक्त खाकी वर्दी ही फ्रंट में रहती है। हर मोर्चे पर पुलिस आम जनता के लिए सुरक्षा कवच बनकर सामने आई है। इसी देश भक्ति और जनसेवा के संकल्प को पूरा करते हुए जिलेभर की पुलिस जवान दिन की चिलचिलाती धूप में हवा के गर्म थपेड़े शह रही है।
वहीं, रात के अंधेरे में भी सड़कों पर तैनात है। पुलिस के इस संकल्प में कई जवान कोरोना के दंश के शिकार हो चुके है। यह बीमारी से अब तक जिले में डीएसपी, टीआई सहित 22 जवान संक्रमित होकर उपचार ले रहे हैं। हालांकि यह जवान कोरोना वायरस को हराकर पुनः फील्ड में लौटकर जनसेवा करने के लिए तत्पर नजर आ रहे हैं।
पुलिस जवानों के पास संसाधनों का अभाव नजर आ रहा है। पुलिस जवान भी डॉक्टर की तरह संक्रमित व संदिग्धों के बीच पहुंचकर सेवाएं दे रहे है। सुरक्षा कवच के नाम पर पुलिस जवानों के पास एक मास्क रहता है। अधिकांश पुलिस जवान एक मास्क का दिनभर लगाए देख जाते है। जबकि कुछ घंटों बाद बदलने भी जरूरी होता है। इसके अलावा पुलिस के जवानों के पास ग्लब्स नहीं है। इसके अलावा संक्रमण से सीधे बचाव करने वाली फेस सीट भी पुलिस के पास नहीं है।
पुलिस को PPE किट दी गई है। यह PPE किट अति गंभीर परिस्थिति में पहनने के लिए निर्देशित है। क्योंकि पुलिस को दिनभर धूप में खड़े होकर काम करना होता है। ऐसे में पुलिस जवान हर वक्त PPE किट पहनने से कतराते हैं।हालांकि पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह द्वारा हर रोज पुलिस जवानों को कोरोना वायरस से बचाव को लेकर हिदायत दी जाती है। सुरक्षा के उपाए अपनाने के लिए निर्देश जारी किए जाते हैं।