भोपाल। मप्र की राजधानी भोपाल के एमपी नगर थाना क्षेत्र में 16 साल की एक किशोरी के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया है। आरोपी एक होटल पर काम करता है। चार दिन पहले किशोरी के पेट में तेज दर्द हुआ तो मां ने उसे अस्पताल पहुंचाया। यहां पता चला कि उसे सात माह का गर्भ है। हैरानी की बात ये है कि जेपी अस्पताल में बच्ची का इलाज शुरू हो गया, लेकिन प्रबंधन ने पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी। प्रेग्नेंसी
पुलिस ने दो नाबालिग समेत तीन के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज किया है। हालांकि, दोनों नाबालिगों ने मुख्य आरोपी की ज्यादती के दौरान मदद की थी। एएसपी राजेश सिंह भदौरिया के मुताबिक 16 वर्षीय किशोरी एमपी नगर क्षेत्र में अपनी मां के साथ रहती है। पास ही एक होटल पर सामान लेने के लिए वह आती जाती थी। इस होटल पर काम करने वाले सादिक ने उसे अपने झांसे में ले लिया।
अक्टूबर 2020 में किशोरी को आरोपी एक झुग्गी के पास झाड़ियों में खींच ले गया और उसके साथ ज्यादती की। आरोपी के साथ उसके दो नाबालिग दोस्त भी थे, जो वारदात के दौरान वहां खड़े रहे। बीती 24 मई को अचानक किशोरी के पेट में तेज दर्द होने पर मां उसे जेपी अस्पताल ले गई। यहां पता चला कि उसे सात माह का गर्भ है। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने किशोरी को भर्ती कर लिया, लेकिन पुलिस को सूचना नहीं दी।
अंतरराष्ट्रीय हिन्दू परिषद भोपाल विभाग के महासचिव राकेश प्रजापति ने अपने साथियों के साथ पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची। यहां हुए किशोरी के बयान के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने दोनों बाल अपचारी समेत सादिक को पकड़ लिया है।