जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में रेत विवाद में शहपुरा में खूनी संघर्ष हो गया। रेत नाका के गुर्गों ने बीजेपी के शहपुरा मंडल अध्यक्ष के भाई को गोली मार दी। इस दौरान करीब 15 राउंड फायरिंग की गई। गोली जबड़े को चीरते हुए कान के पास से निकल गई। पुलिस ने मौके से कुछ कारतूस भी जब्त किए हैं। वहीं विवाद के दौरान एक राहगीर का सिर आरोपियों ने फोड़ दिया। विवाद की सूचना मिलते ही SDOP सहित चार थाने का बल पहुंच गया।
शहपुरा निवासी बीजेपी मंडल अध्यक्ष शैलेंद्र सिंह गौर के छोटे भाई दीपक सिंह गौर (32) और उनके साथी कार से शहपुरा-चरगवां रोड पर रेतनाका पड़ाव से मंगलवार रात 8.30 बजे निकल रहे थे। बताते हैं कि उनके पीछे रेत से भरी गाड़ियां भी निकल रही थी। जिसे रेतनाका पर मौजूद गुर्गों ने रोका। पिछले तीन दिनों से विवाद गरमाया हुआ था। आरोप है कि रेतनाका पर मौजूद गुर्गों ने दीपक सहित उसके साथियों पर दनादन कई राउंड फायरिंग कर दी। एक गोली दीपक के जबड़े को कान के पास से चीरते हुए निकली है।
रेतनाका के गुर्गों ने विवाद के दौरान बेसबॉल के डंडे भी चलाए। इस हमले में शहपुरा निवासी राहगीर मनोज सोनी (50) का सिर फट गया। वह नर्मदा दर्शन कर घर जा रहा था कि विवाद की चपेट में आ गया। दीपक सिंह को गोली लगते ही डायल-100 पर सूचना दी गई। करीब 20 मिनट बाद ही 500 मीटर की दूरी तय कर शहपुरा पुलिस मौके पर पहुंची। तब तक आरोपी भाग चुके थे। मौके पर दो कार क्षतिग्रस्त हालत में मिली है। रेतनाका की चौकी में भी तोड़फोड़ की गई है, जो गोली लगने के बाद दीपक सिंह के पक्ष वालों ने किया।
दीपक को गंभीर हालत में शहपुरा से जबलपुर के निजी अस्पताल पहुंचाया गया। जहां चिकित्सकों ने उनके जबड़े का ऑपरेशन किया। जबकि घायल राहगीर मनोज सोनी (50) को शहपुरा में भर्ती कराया गया। विवाद की खबर मिलते ही पाटन एसडीओपी देवी सिंह सहित शहपुरा, भेड़ाघाट, चरगवां व बेलखेड़ा थाने का बल पहुंच गया। एएसपी शिवेश सिंह बघेल भी मौके पर पहुंचे हैं।
दीपक का शहर में शंकरशाह वार्ड में भी घर है। वह अधिकतर शहर में ही रहता है और यहां से पार्षद चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहा है। उसकी गोटेगांव विधायक जालम सिंह पटेल के बेटे मोनू पटेल से गहरी दोस्ती है। गोली लगने की खबर पाकर मोनू पटेल भी निजी अस्पताल पहुंचा था। खुद दीपक भी बीजेपी का सक्रिय कार्यकर्ता और जबलपुर रिलायबल ऑर्गनाइजेशन (जेआरओ) का अध्यक्ष है। पुलिस पर आराेपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का दबाव भी बढ़ गया है