नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बीच सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन 12वीं क्लास में मुख्य विषयों यानी मेजर सब्जेक्ट्स का एग्जाम लेने पर विचार कर रहा है। सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के चलते 12वीं बोर्ड का एग्जाम टाल दिया था।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रविवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मंत्रियों और अधिकारियों की एक हाईलेवल मीटिंग में 12 के एग्जाम और प्रोफेशनल्स एजुकेशन के एंट्रेंस टेस्ट पर फैसला हो सकता है। मीटिंग में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और प्रकाश जावडेकर भी शामिल होंगे। इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, महामारी को देखते हुए यह फैसला लिया जा सकता है कि 12वीं क्लास में मेजर सब्जेक्ट्स का ही एग्जाम हो और बाकी सब्जेक्ट्स की मार्किंग के लिए कोई और फार्मूला अपनाया जाए।
12th के 20 मेजर सब्जेक्ट्स
CBSE 12वीं क्लास में 174 सब्जेक्ट्स की पढ़ाई कराता है। इनमें से महज 20 को ही मेजर सब्जेक्ट माना जाता है। इनमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथमेटिक्स, बायोलॉजी, हिस्ट्री, पॉलिटिकल साइंस, बिजनेस स्टडीज, अकाउंटेंसी, जियोग्राफी, इकोनॉमिक्स और इंग्लिश शामिल हैं। CBSE का कोई भी स्टूडेंट कम से कम 5 और अधिकतम 6 सब्जेक्ट लेता है, आमतौर पर इनमें 4 मेजर सब्जेक्ट होते हैं।
CBSE के पास 2 विकल्प
पहला विकल्प
सिर्फ मेजर सब्जेक्ट की परीक्षा निर्धारित सेंटर्स पर कराई जा सकती है। इन परीक्षाओं के नंबर्स को आधार बनाकर माइनर सब्जेक्ट में भी नंबर दिए जा सकते हैं। इस विकल्प के तहत परीक्षा करवाने के लिए प्री-एग्जाम के लिए 1 महीना, एग्जाम और रिजल्ट डिक्लेयर करने के लिए 2 महीने और कंपार्टमेंट एग्जाम के लिए 45 दिनों का समय चाहिए होगा। यानी इस विकल्प को तब ही अपनाया जा सकता है, जब CBSE बोर्ड के पास 3 महीने की विंडो हो।
दूसरा विकल्प
दूसरे विकल्प में सभी सब्जेक्ट्स की परीक्षा के लिए डेढ़ घंटे (90 मिनट) का समय निर्धारित करने का सुझाव दिया गया है। इसके साथ ही पेपर में सिर्फ ऑब्जेक्टिव या शॉर्ट क्वेश्चन ही पूछने की सलाह दी है। इस तरह 45 दिन में ही परीक्षा करवाई जा सकती है। इसमें कहा गया है कि 12वीं के बच्चों के मेजर सब्जेक्ट की परीक्षा उनके ही स्कूल में ले ली जाए। साथ ही, एग्जामिनेशन सेंटर्स की संख्या बढ़ाकर दोगुनी कर दी जाए।