भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी कलेक्टर्स एवं पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सख्ती करें, परंतु जनता के साथ अभद्र व्यवहार नहीं होना चाहिए। कुछ प्रकरण आए हैं, जो शर्मनाक हैं। जनता के साथ शालीन व्यवहार होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि इंदौर और खंडवा कलेक्टर के मामलों के अलावा शिवपुरी में डिप्टी कलेक्टर के अभद्र व्यवहार के कारण डॉक्टर इस्तीफा दे चुके हैं।
31 मई तक मध्य प्रदेश में कोरोनावायरस संक्रमण शून्य करने का टारगेट
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना के प्रकरणों में तेजी से गिरावट आ रही है। अब प्रदेश के 45 जिलों में कोरोना संक्रमण 5% से कम है। संक्रमण की दृष्टि से प्रदेश का देश में 19 वाँ स्थान है। आगामी 31 मई तक प्रदेश में कोरोना संक्रमण शून्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश के सभी नागरिकों की जांच हो चुकी है: अधिकारियों का दावा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को बताया गया कि कि प्रदेश में किल-कोरोना अभियान के अंतर्गत शत-प्रतिशत (6 करोड़ 7 लाख 73 हजार 15) ग्रामीण जनता का सर्वेक्षण पूर्ण किया गया है। घर-घर जाकर सर्दी, बुखार, खाँसी के मरीजों की पहचान की गई तथा उन्हें नि:शुल्क मेडिकल-किट वितरित किए गए। शहरी क्षेत्रों में कोविड सहायता केन्द्र के माध्यम से स्वास्थ्य परीक्षण एवं नि:शुल्क मेडिकल किट वितरित किए गए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश में कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की।