इंदौर। मध्य प्रदेश की पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर का कहना है कि मुझे नहीं लगता कि हजारों साल की गुलामी में हम में से किसी ने भी वेदों को ठीक से पढ़ा है। जिन्होंने वेदों को पढ़ा है, वे जानते हैं। आप अथर्व वेद का द्वितीय अध्याय निकालिए। उसमें लिखा है, जब-जब महामारियों ने दुनिया को घेरा, तब किस प्रकार से हमारे लोगों ने उससे बचाव किया।
कोरोनावायरस प्रदूषण में पनपता है, यज्ञ के धुएं से खत्म हो जाएगा
सुश्री उषा ठाकुर ने कहा कि वर्तमान की बात करूं, तो आप भी मेरी बात से सहमत होंगे। जब मलेरिया फैलता है, तो हम क्लोरोक्वीन देते हैं, इंजेक्शन लगाते हैं। इसके अलावा, हम धुएं के लिए भी तो कहते हैं। शहर में फाॅगिंग भी करवाया जाता है। हम यह फाॅगिंग कीटाणुओं को नष्ट करने और मच्छरों मारने के लिए करते हैं। इसमें कुछ केमिकल मिला हाेता है। ठीक उसी तरह, यज्ञ का फाॅगिंग औषधियों का है। वाे औषधि सांसाें के जरिए रक्त में समाहित हाेती है। राेग प्रतिराेधक क्षमता बढ़ाती है। वातावरण स्वच्छ करती है। आज काेराेना की एक बड़ी वजह प्रदूषित वातावरण भी है। उन्हाेंने कहा कि क्या हमें किसी समस्या के जड़ से समाधान पर नहीं जाना चाहिए।
कोरोनावायरस की तीसरी लहर से बचने के लिए रोज हवन करें
मंत्री उषा ठाकुर ने कहा था कि तीसरी लहर का ज्यादा अटैक बच्चों पर होगा। आप सबसे प्रार्थना है कि पर्यावरण की शुद्धि के लिए सुबह 10 बजे सब लोग एक साथ यज्ञ में आहुति डालें। पर्यावरण को शुद्ध करें, क्योंकि महामारियों के नाश में अनादिकाल से इस यज्ञ की पावन परंपरा है। यज्ञ चिकित्सा है, यह धर्मांधता नहीं है, यह कर्मकांड नहीं है, बल्कि यज्ञ पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए चिकित्सा है। इसलिए हम सब दो-दो आहुति डालें, पर्यावरण को शुद्ध करें। तीसरी लहर हिंदुस्तान को छू नहीं पाएगी।