देवास। अग्रवाल समाज के अध्यक्ष श्री बालकिशन गर्ग का पिछले 15 दिन में पूरा परिवार ही खत्म हो गया। पत्नी एवं दोनों बेटों की कोरोनावायरस के संक्रमण से मृत्यु हो गई थी। डिप्रेशन में आकर छोटी बहू ने सुसाइड कर लिया था और आज उनकी बड़ी बहू का भी निधन हो गया। बड़ी बहू भी कोविड-19 पॉजिटिव थी।
बड़ी बहू के निधन से 12 दिन पहले छाेटी बहू रेखा ने फांसी लगा ली थी। वे अपनी सास, जेठ और पति की काेराेना से माैत हाेने के कारण सदमे में थीं। उसके बाद से बड़ी बहू की तबीयत भी खराब चल रही थी। आठ दिन पहले उन्हें इंदाैर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उनका इलाज चल रहा था। सुबह करीब 8 बजे उनका निधन हाे गया। रितु के एक बेटा और एक बेटी है।
मैनाश्री नगर में रहने वाले इस गर्ग परिवार पर दुखाें का वज्रपात हुआ है। सबसे पहले रेखा की सास चंद्रकला देवी की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया था, जहां उनका काेराेना का इलाज चल रहा था। 14 अप्रैल काे उनका निधन हाे गया। इसी बीच रेखा के जेठ संजय गर्ग की तबीयत बिगड़ी, उनकी रिपाेर्ट पाॅजिटिव आई। उन्हें भी शहर के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। इसी दाैरान रेखा के पति स्वप्नेश गर्ग भी काेराेना की चपेट में आ गए।
दाेनाें भाइयाें की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर इंदाैर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 19 अप्रैल काे संजय की माैत हाे गई। अगले दिन स्वप्नेश भी नहीं रहेे। उसके दाे दिन बाद 21 अप्रैल काे छाेटी बहू रेखा ने सदमे में फांसी लगा ली और अब बड़ी बहू का निधन हाे गया। अब परिवार में दादा बालकिशन गर्ग और चार छोटे बच्चे ही बचे हैं।