डिंडोरी। जिले की जनपद बजाग अन्तर्गत ग्राम सैलवार में एक दिल को दहलाने वाली घटना का आज खुलासा हुआ। जिसमे एक व्यक्ति ने पहले दास्तां पत्नी के साथ मारपीट कर पैर से गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया और फिर हत्याकांड पर पर्दा डालने की नियत से शव को दूसरे दिन ईट के भट्टे में जला दिया। इतना ही नहीं शवदाह के उपरांत ईट भट्टा के नीचे ही मृतिका की हड्डियों को गड्ढा करके गाड़ भी दिया। लेकिन कहते हैं कि अपराध छुपाए नहीं छुपता, आखिर हुआ भी यही और हत्याकांड के 40 दिन बाद वारदात से पर्दा उठ गया।
आरोपी रामस्वरूप मरकाम उम्र 40 साल पर यह संगीन आरोप लगे हैं। डिंडोरी पुलिस का कहना है कि आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकारते कर लिया है और खुद को पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। जानकारी के मुताबिक सैलवार निवासी रामस्वरूप मरकाम अपनी दास्तां पत्नी अंजनी उम्र 35 साल के साथ रहता था। जबकि उसकी पूर्व पत्नी बबली अलग रहती थी। लेकिन इनकी बच्ची रामेश्वरी 15 साल राम स्वरूप के घर पर ही निवास करती थी।
पिछले दिनों एक दशगात्र (तेहरवी) कार्यक्रम में रामस्वरूप की पहली पत्नी बबली और बेटी रामेश्वरी की मुलाकात हुई। जहां बेटी ने मां को पिता रामस्वरूप द्वारा सौतेली माँ अंजनी की हत्या करके लाश ईट भट्टे में जलाने की जानकारी दी। जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस ने बेटी की निशानदेही पर मौके पर जमीन में दफन हड्डियों को सक्षम न्यायलय की अनुमति पर तहसीलदार और चिकित्सकों की मौजूदगी में जप्त किया। पंचनामा कार्यवाही के बाद बरामद हड्डियों के सेम्पल को फॉरेंसिक तथा DNA जांच हेतु भेजा गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक 21 अप्रैल को रामस्वरूप और दास्ता पत्नी अंजनी के बीच झगड़ा हुआ था। इस दौरान रामस्वरूप ने हाथ पैर से अंजनी के साथ मारपीट की थी और पैर से गला दबाकर अंजनी को मार डाला था। पूरा वाकया रामस्वरूप की बेटी रामेश्वरी ने देख लिया था, जिसको जान से मारने की धमकी देकर आरोपी ने मुँह बंद करवा दिया था। 40 दिन तक डर से सहमी बेटी ने विगत दिवस एक दशगात्र कार्यक्रम में अपनी सगी मां बबली को हत्या की पूरी जानकारी दी और वारदात का खुलासा हो गया। फिलहाल पुलिस ने मर्ग कायम कर हत्या के मामले को दर्ज करने लिखा पढ़ी तेज़ कर दी है।
पुलिस कप्तान संजय सिंह और ASP विवेक कुमार लाल के निर्देशन में थाना प्रभारी VR हिनोते की टीम कार्यवाही में जुटी हुई है