DM हो तो ऐसा- हर रोज 1200 पॉजिटिव फिर भी बेड, ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कोई कमी नहीं

Bhopal Samachar
कहते हैं आजादी के बाद कलेक्टर जिले का राजा होता है। कलेक्टर चाहे तो क्या नहीं कर सकता। इसका एक उदाहरण वर्तमान में सामने है। भारतीय प्रशासनिक सेवा 2013 बैच के अफसर डॉ. राजेंद्र भरुड़ (Dr Rajendra Bharud) की चर्चा पूरी दुनिया में हो रही है। डॉ. राजेंद्र भरुड़ महाराष्ट्र के नंदूरबार जिले के डीएम हैं। यहां हर रोज 1200 लोग पॉजिटिव पाए जा रहे हैं लेकिन किसी भी व्यक्ति को अस्पताल में बिस्तर, ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कमी नहीं है। पूरे देश में डॉ. राजेंद्र भरुड़ के नंदुरबार मॉडल को महामारी से लड़ने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जा रहा है।

2020 में मात्र 20 बेड थे आज 16000 से ज्यादा बेड हैं

महाराष्ट्र का नंदुरबार जिला बेहद पिछड़ा इलाका है और आदिवासी बहुल है। इस जिले के DM डॉ. राजेंद्र भरुड़ (IAS) हैं। 2020 में जब पहली बार कोरोनावायरस के कारण दुनिया में त्राहि-त्राहि का माहौल बना और लॉकडाउन हुआ तब नंदुरबार में COVID मरीजों के लिए मात्र 20 बिस्तर थे लेकिन आज की बात करें तो यहां अस्पतालों में 1289 बेड, कोविड केयर सेंटरों में 1117 बेड और ग्रामीण अस्पतालों में 5620 बेड के साथ महामारी को काबू में करने और लड़ाई के लिए मजबूत हेल्थकेयर सिस्टम खड़ा है। 

नंदुरबार में आज खुद का ऑक्सीजन प्लांट है

साथ ही डीएम डॉ. राजेंद्र भरुड़ की निगरानी में स्कूलों, हॉस्टलों, सोसाइटियों और मंदिरों में भी बेड की व्यवस्था की गई ताकि कोई बेड न मिलने की वजह से इलाज से वंचित ना रह जाए। साथ ही जिले में 7000 से ज्यादा आइसोलेशन बेड और 1300 आईसीयू बेड भी हैं। यहीं नहीं नंदुरबार में आज खुद के ऑक्सीजन प्लांट है। इस वजह से यह जिला किसी पर निर्भर नहीं है। डीएम डॉ. राजेंद्र भरुड़ की रेल मंत्री पीयूष गोयल, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और बायोकॉन चेयरपर्सन किरण मजूमदार शॉ ने तारीफ की है। वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने पूरे महाराष्ट्र में नंदुरबार मॉडल को अपनाने की घोषणा की है।

एमबीबीएस डॉक्टर हैं डीएम

डॉ. राजेंद्र भरुड़ 2013 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और इन्होंने मुंबई के KEM HOSPITAL से MBBS किया है। शायद डॉक्टर होने वजह से वह इस आने वाली जानलेवा महामरी को भांप गए थे इस लिए आज नंदुरबार मॉडल जैसा सिस्टम दिसंबर से ही खड़ा करने की तैयारी शुरू कर दी थी।

3 महीने में 27 एंबुलेंस खरीदी इसलिए सब कुछ कंट्रोल में है

आज नंदुरबार में 1200 संक्रमित रोज मिल रहे हैं। डीएम डॉ. राजेंद्र भरुड़ जिला विकास निधि और SDRF के फंड से तीन ऑक्सीजन प्लांट लगवा दिए, जहां 3000 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन तैयार हो रही है। ऑक्सीजन बनाने के लिए लिक्विड टैंक लगाने का भी काम चल रहा है। कोरोना मरीजों के लिए पिछले तीन महीनों में 27 एंबुलेंस की खरीदी गईं हैं।

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