ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में 100 रुपए बचाने के चक्कर में समझदारी दिखाना एक युवक को महंगा पड़ गया। इंटरनेट से कस्टमर केयर का फेक नंबर मिला। कॉल किया तो वहां से लिंक मिली और बात करते-करते खाते से 63 हजार रुपए पार कर दिए।
घटना मुरार थाना क्षेत्र के जड़ेरूआ इलाके की है। खास बात यह रही कि युवक को ठगी का तत्काल पता भी नहीं चला, क्योंकि रुपए निकाले जाते समय ठग पीड़ित से बात करता रहा। जैसे ही कॉल कट हुआ मैसेज आया। वापस उसी नंबर पर कॉल किया तो रिसीव ही नहीं हुआ। पीड़ित ने मामले की शिकायत साइबर सेल में की है।
मुरार थाना क्षेत्र के जड़ेरूआ निवासी राजेश सिंह किसी निजी संस्था में काम करते हैं। दो दिन पहले वह अपने छोटे भाई के मोबाइल पर अपने ई-वॉलेट से 100 रुपए का ट्रांजेक्शन कर रहे थे। पर गलत मोबाइल नंबर टाइप हो जाने से 100 रुपए का ट्रांजेक्शन किसी अन्य के खाते में चला गया। उन्होंने पहले उस नंबर पर कॉल किया तो कॉल रिसीव नहीं हुआ। इस पर राजेश ने इंटरनेट से ई-वॉलेट कंपनी का कस्टमर केयर नंबर निकाला और कॉल किया।
कॉल करने पर उन्हें आश्वासन दिया गया कि उनके 100 रुपए जल्द ही उनके खाते में वापस कर दिए जाएंगे। साथ ही बताया कि अभी उनको एक लिंक भेजी जाएगी और एक कॉल आएगा। वह जो डिटेल मांगे बताते जाना। इसके बाद राजेश के पास कॉल आया। कॉल करने वाले ने बताया कि वह कस्टमर केयर से बोल रहा है। आपको एक लिंक भेजी है। लिंक ओपन कर उसके पैसे वापस आ जाएंगे। लिंक ओपन करते ही उसका मोबाइल अपने आप ऑपरेट होने लगा। सामने वाला बात करता रहा और इस दौरान राजेश के अकाउंट से 63 हजार रुपए निकल गए।
जैसे ही राजेश ने कॉल कट किया तो उसके मोबाइल पर 63 हजार रुपए निकाले जाने के मैसेज आए और इसका पता चलते ही उसने उक्त नंबर पर कॉल किया तो कॉल रिसीव नहीं हो रहा था। ठगी का अहसास होते ही राजेश ने साइबर सेल पहुंचकर अफसरों से शिकायत की है। मामले की जांच की जा रही है।
रुपए ठगे जाने के अगले दिन राजेश के पास रुपए वापस पहुंचाने के लिए ठग का कॉल आया और वह किसी अन्य खाते की जानकारी मांगने लगा। उसका कहना था कि उस खाते में पैसे नहीं जा रहे हैं कोई दूसरा अकाउंट नंबर है तो वह बता दें। जिसमें वह रुपए वापस करवा देंगे। पर राजेश ने उससे साफ मना कर दिया। यह बात भी पुलिस को बता दी।