GWALIOR में भी ब्लैक फंगस की दस्तक, 2 महिला मरीजों में मिला संक्रमण - MP NEWS

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ग्वालियर।
मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में कोरोना को हरा चुके मरीजों में ब्लैक फंगस की शिकायत सामने आ रही है। कोरोना हरा चुकी दो महिला मरीजों में ब्लैक फंगस की शिकायत गुरुवार को पाई गई। एक महिला मरीज के जबड़े का आपरेशन कर वह हिस्सा निकाल दिया गया, जहां पर फंगस का संक्रमण था।  

जबकि दूसरी मरीज का आपरेशन आज किया जाएगा। डाक्टरों का कहना है कि पोस्ट कोविड मरीजों में ब्लैक फंगस की शिकायत तेजी से बढ़ रही है। सिम्स अस्पताल के आइसीयू में भर्ती चंद्रवदनी नाका निवासी 43 वर्षीय रमादेवी शर्मा के जबड़े का आपरेशन कर डाक्टरों की टीम ने ब्लैक फंगस से संक्रमित हिस्सा निकाल दिया है। जब इस इसकी बायोप्सी जांच कराई तो उसमें ब्लैक फंगस की पुष्टी हुई है।

रमा देवी 21 अप्रैल को कोरोना संक्रमित पाने जाने पर जेएएच में भर्ती हुईं। यहां उनका तीन दिन इलाज चला। इसके बाद 25 अप्रैल को उन्हें सिम्स अस्पताल में भर्ती किया। यहां पांच मई को उनकी दूसरी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आने पर उन्हें कोविड वार्ड से हटाकर आइसीयू में भर्ती कर दिया गया। इसके बाद रमादेवी की आंख व चहरे पर सूजन आना शुरू हो गई। रमा देवी का वजन करीब 100 किलो और शुगर लेवल 300 के आसपास था, इसलिए उनकी एमआरआइ कराना मुश्किल था। 

डाक्टरों की टीम ने एचआरसीटी से फंगल संक्रमण का पता लगाने का प्रयास किया। नाक व साइनस की जांच में फंगल संक्रमण का पता लगा। इसके बाद डेंटल एंड मैग्जीलोफेशियल विशेषज्ञ डा. राजवीर यादव और ईएनटी विशेषज्ञ डा. रविंद्र बंसल ने जबड़े का आपरेशन कर संक्रमित हिस्सा बाहर निकाल दिया। अब रमा देवी की हालत में सुधार बताया जा रहा है।

उपनगर ग्वालियर निवासी अंकिता शर्मा को भी ब्लैक फंगस की शिकायत है। डा. राजवीर यादव का कहना है कि वह दस दिन पहले कोरोना को हरा चुकी हैं। शुरू में उन्होंने शांता नर्सिंग होम फिर अपोलो में भर्ती रहकर कोरोना का इलाज लिया। इसके बाद उन्हें चहरे में सुन्नपन की शिकायत हुई। जब नाक व साइनस की एचआरसीटी से जांच कराई तो उसमें ब्लैक फंगस संक्रमण की पुष्टि हुई। जिसका आपरेशन शुक्रवार को अपोलो अस्पताल में किया जाएगा।

वर्जन-

मरीज रमा देवी का वजन अधिक है। वह कोरोना से ठीक हो चुकी हैं। अब चहरे में सूजन आने पर जांच कराई गई तो ब्लैक फंगस इंफेक्शन की शिकायत सामने आई। इसके बाद डाक्टरों की टीम ने आपरेट कर संक्रमित टिशू को हटा दिया, जब टिशू की जांच कराई तो फंगस इंफेक्शन की पुष्टि हुई।
डा. अनुराग सिकरवार, मरीज को इलाज देने वाले डाक्टर, सिम्स

वर्जन

मरीज के नाक व साइनेज(आंख के नीचे के हिस्से) में ब्लैक फंगस संक्रमण का पता जांच में चला था। आंख ठीक थी पर सूजन थी। इसके बाद ईएनटी विशेषज्ञ की मदद से आपरेशन कर संक्रमित स्थल को हटा दिया गया। अब मरीज पूरी तरह से ठीक है।
डा.राजवीर यादव , विशेषज्ञ डेंटल एंड मैग्जीलोफेशियल

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